लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में दलित परिवार की दो बहनों की बलात्कार के बाद क़त्ल के मामले में कांग्रेस पर बड़े सवाल उठने लगे हैं। खुद को हमदर्द साबित करने के लिए कांग्रेस नेताओं ने दलित परिवार को आर्थिक मदद के नाम पर जो चेक दिए थे, वे बाउंस हो गए हैं। अब इस मामले में यूपी पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
विगत माह में थाना निघासन क्षेत्र में हुई दो युवतियों की हत्या के बाद विभिन्न राजनीतिक संगठनों एवं अन्य संगठनों द्वारा पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता हेतु दिए गए चेक बाउन्स होने के सम्बन्ध में पीड़ित पक्ष द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है। pic.twitter.com/18wHDOvV8y
— KHERI POLICE (@kheripolice) November 25, 2022
बता दें कि, 14 सितंबर 2022 को 2 दलित बहनों को बलात्कार के बाद मार डाला गया था। इस हत्याकांड में जुनैद, सोहैल, आरिफ, हाफिज, छोटे और करीमुद्दीन को अरेस्ट किया गया था। महज 14 दिनों में ही चार्जशीट दाखिल कर दी गई थी। हालांकि, उस समय कांग्रेस नेताओं ने परिवार को आर्थिक मदद के नाम पर जो चेक दिए थे, वो बाउंस हो गए हैं। चेक पर किए गए हस्ताक्षर अकाउंट के दस्तखत से मैच नहीं हुए। इस कारण वे बाउंस हो गए। उस दौरान कांग्रेस MLA वीरेंद्र चौधरी ने 1 लाख रुपए का और UP कॉन्ग्रेस कमेटी के प्रमुख वाईके शर्मा 2 लाख रुपए का चेक प्रदान किया था।
वहीं, हाल ही में चर्चाओं में आए उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के प्रमुख अमित जानी ने भी 1 लाख रुपए का चेक दिया था। अमित जानी का भी चेक बाउंस हो गया है। वहीं, अमित जानी ने मीडिया को बताया कि बारिश के कारण उनके चेक भीग गए थे। उन्होंने पीड़ित परिवार को बाद में कॉल कर नकद ले जाने के लिए कहा था।
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