मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है। मेरठ के मवाना में घर की छतों पर पापड़-चिप्स की तरह देसी बम सुखाए जा रहे थे। यूपी पुलिस ने छापेमारी के दौरान लाखों रुपए की कीमत के पटाखे और विस्फोटक बरामद किए हैं। पुलिस ने इस मामले में 6 मजदूर महिलाओं को अरेस्ट भी कर लिया है। वहीं आरोपित आरिफ और उसका छोटा भाई रिजवान फरार बताए जा रहे हैं। वहीं पुलिस ने मौके से 20 बोरे सुतली बम, दस पेटी अनार बम, फुलझड़ी, अन्य पटाखे व भारी मात्र में विस्फोटक बरामद किए हैं।
दरअसल, मेरठ के एक मकान में विस्फोट होने के बाद पुलिस ने अवैध पटाखा बनाने वालों को खिलाफ मुहीम शुरू की है। जिसके चलते मेरठ में मौजूद तमाम देसी पटाखा फैक्टरियों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की गई थी। इसी कार्रवाई में पता चला कि एक बंद मकान में महिलाओं ने पटाखा बनाने का ‘कुटीर उद्योग’ चला रखा था। बता दें कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि मवाना क्षेत्र के एक बंद मकान में गैर कानूनी रूप से पटाखा कारखाना चलाया जाता है।
जानकारी के मुताबिक, आरिफ और उसके छोटे भाई रिजवान द्वारा यह अवैध कारखाना संचालित किया जा रहा था। रिजवान बड़ी चालाकी से इस पूरे धंधे को चला रहा था। वह रोज सुबह महिला मजदूरों को फैक्ट्री में काम पर लगा कर बाहर से ताला बंद कर देता था। इसके बाद वह देर शाम को वापस फैक्ट्री को खोल उन्हें घर पहुंचा देता था। चोरी छुपे बम और पटाखों को बना कर अलग-अलग जगह इसकी सप्लाई का काम बड़ी सफाई से किया जा रहा था।
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