लखनऊ: योगी सरकार 2.0 में जीरो टॉलरेंस को लेकर पुलिस ने कानून व्यवस्था को बेहतर करने व बदमाशों पर कार्रवाई को और भी तेज कर चुकी है. इसी क्रम में कानपुर में पुलिस एनकाउंटर की खबर सामने आई है. जिसमें हिस्ट्रीशीटर संजय उर्फ ढाबा एनकाउंटर का पहला शिकार बन गया है. ख़बरों का कहना है कि ढाबा के विरुद्ध एक दर्जन से भी अधिक संगीन मुकदमे दर्ज हैं. देर रात उसकी नबाबगंज क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ हुई. जिसमें उसके पैर में गोली लगी.
पुलिस ने ढाबा के पास से एक तमंचा और कारतूस भी जब्त कर लिया है. DCP वेस्ट बीबीजीटीएस मूर्ति ने इस एनकाउंटर की पुष्टि कर दी है. खास बात यह है कि योगी गवर्नमेंट के पहले कार्यकाल के दौरान भी कानपूर में ऐसा ही पुलिस एनकाउंटर अभियान चल रहा था. बदमाशों के लगातार एनकाउंटर हुए थे. जिसमें लगभग 100 अपराधियों पर गोलियां बरसाई थी. अब दूसरा अभियान शुरू होते ही कानपुर के अपराधियों में खौफ को और बढ़ाने का काम कर रहा है.
DSP पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति ने इस बारें में कहा है कि देर रात स्वॉट टीम व थाना नवाबगंज पुलिस टीम द्वारा गंगा बैराज से बिठूर रोड पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे. तभी एक मोटरसाइकिल पर सवार 2 व्यक्ति आते नजर आए. चेकिंग कर रही पुलिस टीम ने उन्हें रोका तो वे मोटरसाइकिल से भागने लग गए. शक के आधार पर उनका पीछा करना शुरू किया. पुलिस द्वारा पीछा करते देख बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस की गोली एक मोटरसाइकिल सवार बदमाश के पैर में जा लगी और वह वहीं गिर गया. इस बीच उसका दूसरा साथी अंधेरे में फरार हो गया. पकड़े गए बदमाश की पहचान संजय उर्फ ढाबा के रूप में हुई.
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