यूपी के मिलक गांव से उत्तराखंड के रुद्रपुर बरात लेकर आ रहे दूल्हे को रामपुर रोड स्थित यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर पुलिस ने रोक लिया। जब पुलिस ने आगे जाने से मना कर दिया तो वधु पक्ष के लोग दुल्हन को बाइक से बॉर्डर पर लेकर पहुंचे और वहां दोनों की स्क्रीनिंग कराई। इसके बाद दोनों की शादी हो सकी।शुक्रवार को जब दूल्हा रामपुर बॉर्डर पहुंचा तो पुलिस ने यूपी पुलिस की परमिशन दिखाने के लिए कहा। दूल्हे के पास एसडीएम मिलक की परमिशन थी, लेकिन उत्तराखंड में दुल्हन पक्ष के पास शादी कराने की कोई परमिशन नहीं थी। जिस कारण दुल्हन व उसके परिवार के लोगों को बॉर्डर पर बुलाया गया। दुल्हन बाइक पर बैठकर बॉर्डर पर पहुंची।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की बाद में यूपी में किसी मंदिर में उनकी शादी हुई।बता दें कि रामपुर के मिलक निवासी खेमकरण की शादी रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में होनी थी। शुक्रवार को वर पक्ष के लोग बरात लेकर आ रहे थे। दूल्हे के साथ कार चालक व भाई समेत तीन लोग थे। उत्तराखंड की सीमा पर पहुंचने पर रुद्रपुर डिग्री कॉलेज के सामने बनाए गए चेक पोस्ट पर पुलिस ने बरात को रोक लिया।मजिस्ट्रेट गिरीश शर्मा ने बरातियों की थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद जानकारी जुटाई। खेमकरण ने बताया कि उसकी बरात कृष्ण नगर, ट्रांजिट कैंप जा रही है।
इसके साथ ही जानकारी में पता लगा कि दुल्हन पक्ष के पास लॉकडाउन के दौरान शादी की परमिशन ही नहीं है। ऐसे में पुलिस ने दुल्हे को दुल्हन के घर जाने की इजाजत नहीं दी।स्थानीय मजिस्ट्रेट गोविंद बिष्ट ने दुल्हन को वहीं बुलाकर यूपी जाने की इजाजत दे दी। इसके बाद दूल्हा और दुल्हन यूपी गए और वहां किसी मंदिर में उनकी शादी हो सकी। एसडीएम मुक्ता मिश्रा ने कहा कि विवाह के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है, उनसे किसी प्रकार की परमिशन नहीं मांगी गई थी।
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