देहरादून: उत्तराखंड में अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में बीते 4 दिनों से अग्निपथ योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया चल रही है। कुमाऊं के युवा अग्निवीर बन देशसेवा करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। मगर, यहाँ सेना की आँखों में भी धुल झोंकने की कोशिश की जा रही है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का ताहिर नामक एक युवक फर्जी स्थाई, जाति, निवास प्रमाण पत्र व आधार कार्ड बनवाकर यहां अग्निवीर बनने के लिए पहुंचा था।
लेकिन, ताहिर खान को मिले एडमिट कार्ड में दर्ज पंजीकरण नंबर किसी और युवा के नाम पर दर्ज मिला। इससे सेना के अधिकारियों को संदेह हुआ और उन्होंने इसकी जांच की, तो ताहिर के दस्तावेज फर्जी पाए गए, इसके बाद उसे रानीखेत पुलिस को सौंप दिया गया। दरअसल, ताहिर ने जो एडमिट कार्ड दिखाया था, उस पर अमित नाम लिखा हुआ था। सोमनाथ ग्राउण्ड रानीखेत में भर्ती के दौरान जब एक युवक अपने डाक्यूमेंट्स लेकर पहुंचा, तो मिल्ट्री इंटीलिजेंस, मिल्ट्री पुलिस और भर्ती कार्यालय को उस पर संदेह हुआ। इस पर सेना के अधिकरियों की संयुक्त कार्यवाही के दौरान युवक के डाक्यूमेंट्स की जांच की गई, तो उसका दस्तावेज फर्जी निकले। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
रानीखेत पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर पड़ताल की गई, तो पता चला कि एक युवक जिसका नाम ताहिर खान पुत्र अहसान खान निवासी अलीपुरा थाना ककोड़ तहसील सिकन्दराबाद जिला बुलन्दशहर (उत्तर प्रदेश) का निवासी है, उसने अपने फर्जी स्थाई निवास, जाति निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड जनपद नैनीताल के हल्द्वानी से बनवाया था। ताहिर खान को निर्गत एडमिट कार्ड में दर्ज रजिस्ट्रेशन नम्बर किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत है। इस मामले में ARO भर्ती बोर्ड की शिकायत के आधार पर ताहिर खान को अरेस्ट कर कोतवाली रानीखेत में धारा 420 IPC में केस पंजीकृत कर जरूरी कार्यवाही की गई है।
रानीखेत के CO तिलक राम वर्मा ने कहा कि रानीखेत में अग्निपथ योजना के अंतर्गत भर्ती चल रही है, हमे खबर मिली कि एक युवक का पंजीकरण किसी दूसरे के नाम से हो रखा है, तो हमने मौके पर पुलिस टीम भेजी तो पता चला कि जो लड़का ताहिर है, उसका पंजीकरण किसी अमित नाम से हो रखा है। CO तिलक राम वर्मा ने बताया कि ये लड़का वेसे तो बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है, लेकिन जो इसने डाक्यूमेंट्स बनवाए हैं, वो रेलवे बाजार हल्द्वानी का है, जो कि SDM हल्द्वानी द्वारा जारी किया गया है और जो इसका हाइस्कूल का प्रमाण पत्र है वो गदरपुर का बना हुआ है, इस आधार पर इसके डाक्यूमेंट्स, फर्जी पाए गए हैं। बता दें कि, अभी तक झूठे नाम बताकर लड़कियों को धोखा देकर उनका शोषण करने के मामले सामने आ रहे थे, लेकिन फर्जी पहचान के आधार पर सेना में भर्ती होने की कोशिश का यह पहला मामला है।हालांकि, गलत पहचान के आधार पर सेना में भर्ती होने के पीछे ताहिर खान का मकसद क्या था, ये अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन यह स्पष्ट तौर पर सेना और देश को धोखा देने का मामला तो है ही।
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