यमुनोत्री: यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में पिछले रविवार तड़के हुई दुर्घटना में लगभग 40 मजदूर फंसे हैं। श्रमिकों को बचाने रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि आज बुधवार को श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।
वही NHIDCL (राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड) के निदेशक अंशू मनीष खलखो का कहना है कि यहां की चट्टान की प्रकृति बहुत नाजुक है। हमने दिल्ली से नवीनतम मशीन को एयरलिफ्ट किया है, तथा यह कभी भी उतर सकती है। एक घंटे के अंदर यहां के पास चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे पर मशीन को उतारा जा सकता है। भारतीय वायु सेना हमारी सहायता कर रही है। अगले 3-4 घंटों में हम मशीन स्थापित करने में सक्षम होंगे तथा बचाव कार्य फिर से आरम्भ होगा।
वही सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए वायु सेना के तीन विशेष विमान 25 टन भारी मशीन लेकर आ रहे हैं, जो मलबे को भेद कर स्टील पाइप दूसरी तरफ पहुंचने में मददगार साबित होगी। इस मशीन के माध्यम से प्रति घंटे 5 मी मलबा पार किया जा सकेगा। आज शाम से इस मशीन के माध्यम से काम शुरू करने का प्रयास किया जाएगा। वही घटनास्थल पर बीते एक घंटे से श्रमिकों का विरोध प्रदर्शन जारी है। सुरंग में फंसे श्रमिकों के परिजनों ने आक्रोश जताते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन में ढिलाई का आरोप लगाया। इस के चलते सुरंग के बाहर मजदूरों की पुलिस से तीखी झड़प और धक्का मुक्की हो गई।
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