देहरादून: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। 17 दिन तक चले बचाव अभियान के पश्चात् मंगलवार को वह 'मंगलघड़ी' आई जिसका ना केवल श्रमिकों के परिवारों बल्कि पूरे देश को इंतजार था। 400 से ज्यादा घंटे तक देसी-विदेशी मशीनों और एक्सपर्ट ने कठिनाइयों एवं चुनौतियों से भरे मिशन में हर बाधा को पार किया। मलबे में 800 एमएम की पाइप डालकर एक स्केप टनल बनाया गया जिसके माध्यम से श्रमिकों को बाहर निकाला जा रहा है।
सुरंग में फंसे सबा अहमद के भाई ने कहा कि ब्रेकथ्रू हो गया है मजदूरों तक एस्केप टनल बन चुकी है। मिल रही खबरों के मुताबिक बताया जा रहा है कि, सुरंग से मजदूरों को सुरक्षित निकालने के पहले NDRF एवं SDRF के जवान सुरंग के अंदर जा चुके हैं। जिसमें सबसे पहले एक वृद्ध मजदूर को बाहर निकाला गया। वहां से मजदूरों को एक-एक कर बाहर लाया जाएगा। एक मजदूर को बाहर निकालने में लगभग 2 से 3 मिनट का समय लगेगा। कहा जा रहा सुरंग से बाहर निकल जाने के बाद मजदूरों को सुरंग के अंदर ही सुरक्षित स्थान पर कुछ वक़्त के लिए रखा जाएगा।
बता दे कि हादसे के समय टनल के मुहाने के पास उपस्थित प्लंबर उपेंद्र के सामने यह दुर्घटना हुई थी। काम के लिए अंदर जा रहे उपेंद्र ने जब मलबा गिरते हुए देखा तो बाहर भागकर उसने शोर मचाया। तत्पश्चात, स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी गई।
किस राज्य के कितने मजदूर:-
झारखंड- 15
उत्तर प्रदेश- 8
ओडिशा-5
बिहार-5
पश्चिम बंगाल-3
उत्तराखंड-2
असम-2
हिमाचल प्रदेश -1
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