आजकल कई चौकाने वाले मामले सामने आ रहे हैं। जी हाँ और अब हाल ही में भी एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। जी दरअसल कोरोना वायरस को हराने के लिए इस समय देशभर में कोविड वैक्सीन अभियान जोरों-शोरो से चलाया जा रहा है और इसी अभियान के दौरान कुछ लोगों के साथ चमत्कार हो रहे हैं। हाल ही में जो मामला सामने आया है वह झारखंड के बोकारो जिले का है। यहाँ एक अजीबोगरीब मामला देखने को मिला है। जी दरअसल यहाँ बीते गुरूवार को डॉक्टरों ने दावा किया है कि 5 साल पहले हुई सड़क दुर्घटना के बाद से बिस्तर पर पड़ा 55 वर्षीय का व्यक्ति कोविड रोधी कोविशील्ड टीके की पहली खुराक लेते ही एकदम ठीक हो गया, इतना ही नहीं वह चलने-फिरने में भी समर्थ हो गया।
वैसे यह कोई पहला मामला नहीं है बल्कि कोरोना वैक्सीन लगवाने से अब तक कई चमत्कार हुए हैं। इससे पहले 55 वर्षीय राधा बाई यादव के साथ कुछ ऐसा ही हुआ था। उन्हें मिर्गी के झटके और दौरे आते थे लेकिन वैक्सीन लगवाने के बाद यह आने बंद हो गए। वहीं उनके अलावा मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के सारंगपुर निवासी अब्दुल मजीद खान के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था। जी दरअसल उन्होंने एक दिन सुबह 10:30 बजे कोरोना वैक्सीन लगवाई और उसके बाद उनका कहना था कि वह पिछले छह-सात महीने से पैरालिसिस से जूझ रहे थे।
पैरालिसिस का असर उनके मुंह पर भी था, वे ठीक से बोल भी नहीं पा रहे थे। हालाँकि वैक्सीन लगने के 1 ही घटने बाद वह ठीक हो गए। उनके अलावा 55 साल के गोरेलाल शाक्य के साथ भी चमत्कार हुआ। उन्होंने 15 अप्रैल को कोवीशील्ड की पहली डोज ली थी और उसके बाद से ही करीब दस साल से हो रहा कमर का दर्द पूरी तरह से दूर हो गया है। इस तरह के कई चौकाने वाले मामले सामने आये और लोगों के साथ चमत्कार पर चमत्कार हुआ।
'कोरोना' को हराएगा देश का युवा, 15-18 आयु वर्ग के 3 करोड़ युवाओं ने ली वैक्सीन की डोज़
मिजोरम ने 880 नए कोविड मामले दर्ज किए गए
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि वर्तमान वैक्सीन बूस्टर खुराक पर्याप्त नहीं हो सकती है