वाराणसी : देशभर में जोरदार बारिश के बाद कई क्षेत्रों में बाढ़ के हालात सामने आए हैं। दरअसल पश्चिम बंगाल, बिहार, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के जिले में गंगा खतरे के निशान के उपर बहने लगी। कई स्थानों पर तो गंगा का बहाव भी बेहद अधिक है। हालात ये है कि बिहार के छपरा में तो लोगों के घरों में ही दाखिल हो गया। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में तो हालात और बुरे हैं।
वाराणसी में गंगा नदी के घाट तो पानी में विलीन हो ही गए हैं कई रिहायशी क्षेत्रों में भी बाढ़ का पानी जमा हो गया है। हालात ये है कि 25 अगस्त तक इन क्षेत्रों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। बारिश में बच्चे भी बाढ़ का पानी निकालने में परिजन की मदद कर रहे हैं तो कहीं बाढ़ के पानी में ऐसे स्थानों पर मनोरंजन कर रहे हैं जहां वाॅटर लेबल कुछ कम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गंगा का पानी घाट की सीढ़ियों को डूबो चुका है।
नदी के किनारे निर्मित मंदिर भी जलमग्न हो गए हैं। बारिश के चलते वरूणा नदी का पुल धंस गया है। अब इसकी मरम्मत की जा रही है। इलाहाबाद में भी बाढ़ से हालात बेहाल हैं। स्थिति यह है कि इलाहाबाद, वाराणसी, बलिया, गाजीपुर में हालात बेहाल हैं। बेतवा नदी में भी उफान आ गया है। बिहार में कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां बाढ़ से हालात बेहाल हैं।
करीब 10 लाख से अधिक की आबादी बाढ़ की चपेट में है। गंगा नदी अपने तटबंध और मुहाने से फैलकर रिहायशी क्षेत्रों में पहुंच गई है। लोगों की दुकानों, कार्यालयों पर पानी भर गया है। यहां सांसद और केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी ने जाकर हालातों का जायजा लिया और आपदा के इंतजामों को अपर्याप्त बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को यहां पर एडीआरएफ की सहायता लेने से संबंधित कार्रवाई करना चाहिए।