चंद्रग्रहण के कारण 26 साल में दूसरी बार टूटी गंगा परंपरा

चंद्रग्रहण के कारण 26 साल में दूसरी बार टूटी गंगा परंपरा
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नई दिल्ली : आज रात करीब 12 बजे सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण लगने वाला है. इसके लिए फ़िलहाल सूतक काल के चलते सभी मंदिर देवालयों के कपाट बंद कर दिए गए है. इस चंद्रग्रहण का असर माँ गंगा की आरती पर भी देखने को मिला हैं. जहां बनारस के गंगा घाट पर होने वाली आरती का समय बदला गया है. यहां शाम के समय आरती होती है, लेकिन सूतक काल के चलते आज दोपहर 1 बजे ही गंगा आरती का आयोजन करवाया गया. ऐसा 26 साल में दूसरी बार हुआ है जब यह परंपरा टूटी है. 

आज बिना दूरबीन के देख सकेंगे मंगल ग्रह

गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा के मुताबिक़, सूतक काल की वजह से आरती का समय बदला गया. बता दे कि शाम की आरती की तरह आज दिन की आरती में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार  ग्रहण के सूतक काल में सभी मंदिरों और देवालयों के कपाट बंद रखें जाते है. 

जानिए ग्रहण के पीछे का वैज्ञानिक कारण

आज लगने वाला चंद्रग्रहण सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण होगा. यहां आज 11 बजकर 54 मिनट पर लाएगा जो कि 28 जुलाई को सुबह तीन बजकर 49 मिनट पर खत्म होगा. इसके बाद मंदिरों के कपाट खुलेंगे. आज चंद्रग्रहण के दौरान मंगल ग्रह पृथ्वी के सबसे नजदीक रहेगा. 

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