लखनऊ: बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद परिसर की आज से वीडियोग्राफी और सर्वे का कार्य आरंभ हो रहा है। इसको लेकर पूरे वाराणसी में पुलिस हाई अलर्ट पर है। वहीं, परिसर के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। बता दें कि सिविल कोर्ट के आदेश के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर से लगी हुई ज्ञानवापी मस्जिद परिसर की वीडियोग्राफी की जा रही है।
मस्जिद के तहखानों का सर्वे 6 मई की दोपहर 3 बजे से सूर्यास्त चलेगा। जिसमें अनुमान के अनुसार, तीन से चार दिन का वक़्त लगेगा। वहीं इसकी रिपोर्ट 10 मई को जमा करनी है। सर्वे के दौरान वीडियोग्राफी और फ़ोटोग्राफ़ी भी की जाएगी। इस सर्वे से पहले ही मुस्लिम पक्ष ने आपत्ति जाहिर करते हुए कहा है कि वीडियोग्राफी और सर्वेक्षण के लिए किसी को मस्जिद के भीतर प्रवेश नहीं करने देंगे। ऐसे में जांच अधिकारियों में सर्वे के दौरान सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि अदालत में पांच महिलाओं रेखा पाठक, सीता साहू, लक्ष्मी देवी और मंजू व्यास और राखी सिंह ने श्रृंगार गौरी मंदिर में रोज़ाना पूचा अर्चना करने के लिए एक याचिका दाखिल की थी। दरअसल यह मंदिर ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में स्थित है। इसलिए इसमें पूजा करने के लिए अदालत की अनुमति लेनी पड़ी है।
इस याचिका पर विगत 26 अप्रैल को वाराणसी सिविल कोर्ट ने अपने आदेश में एक कमीशन नियुक्त किया और इस कमीशन को 6 और 7 मई को दोनों पक्षों की उपस्थिति में श्रृंगार गौरी की वीडियोग्राफी के आदेश दिए हैं। इसकी रिपोर्ट 10 मई तक अदालत में दायर करनी होगी। वहीं ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि मस्जिद का निर्माण मंदिर को तोड़कर किया गया है। इसलिए उन्हें श्रृंगार गौरी मंदिर में पूजा का अधिकार मिलना चाहिए। यह सर्वे शुक्रवार को आरंभ होगा, ऐसे में जुमे की नमाज के मद्देनज़र मस्जिद में तीन स्तर की सुरक्षा तैनात की गई है। वहीं पूरे वाराणसी शहर में पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है।
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