हिंदू धर्म में एकादशी की खास अहमियत होती है। प्रत्येक महीने में कृष्ण तथा शुक्ल दो पक्ष होते हैं, दोनों पक्षों की ग्याहरवीं तिथि को एकादशी कहते हैं। इस प्रकार से प्रत्येक माह दो मतलब वर्ष में 24 एकादशी आती हैं। हर महीने दो एकादशी का व्रत रखा जाता है। एकदशी व्रत में प्रभु श्री विष्णु की खास आराधना तथा उपासना की जाती है।
आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की ग्याहरवीं तिथि को पापांकुशा एकादशी का उपवास रखा जाता है। इस बार 27 अक्टूबर मतलब मंगलवार को पापांकुशा एकादशी का उपवास रखा जाएगा। इस एकादशी पर भगवान पद्मनाभ की वंदना की जाती है। एकादशी तिथि पर वास्तु के मुताबिक, कुछ विशेष उपायों से समस्यां दूर करके सफलता प्राप्त की जा सकती है।
एकादशी तिथि के वास्तु उपाय...
1. एकादशी पर सांयकाल में गाय के घी का दीया घर के उत्तर पूर्व दिशा में जलाने से आर्थिक अवस्था ठीक होती है।
2. एकादशी पर घर में वृक्षारोपण करें तथा तुलसी का एक वृक्ष घर के पूर्व दिशा में लगाएं।
3. विवाह संबंधी संकट दूर करने के लिए इस दिन केले के पेड़ की जड़ में दीया जलाएं।
4. यदि दाम्पत्य जीवन खराब है तथा बेडरूम उचित दिशा में नहीं है तो एकादशी के दिन घर की छत पर गेंदे के फूल का वृक्ष लगाएं। एक पीला ध्वजा लगाने से बृहस्पति स्ट्रांग होता है।
5. संतान संबंधी संकट दूर करने के लिए इस दिन दम्पति को आंवले का वृक्ष घर के आंगन में लगाना चाहिए।
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