वास्तु शास्त्र में दिशाओं की खास अहमियत है। वास्तु के मुताबिक, प्रत्येक काम के लिए एक निश्चित दिशा भी निर्धारित की गई है। खाना बनाते वक़्त या खाते वक़्त यदि मुख गलत दिशा में हो तो कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। किस दिशा में बैठकर खाना खाते हैं, इसका भी मनुष्य के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। आइए वास्तु के मुताबिक जानते हैं खाना खाते वक़्त दिशाओं से जुड़ी किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
वास्तु के मुताबिक, खाना खाते वक़्त मुख पूर्व या उत्तर पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। इससे मनुष्य को भोजन की उचित ऊर्जा प्राप्त होती है। पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके खाना खाने से बीमारियां दूर रहती हैं। आपको बता दें कि पूर्व दिशा को भगवान की दिशा मानी जाती है। गलत दिशा में बैठकर खाना खाने या बनाने से ये निम्न समस्याएं पैदा होती है...
* दक्षिण दिशा में खाना खाना अशुभ होता है, इससे मनुष्य को पाचन सहित कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
* दक्षिण दिशा की तरफ मुँह करके खाना खाने से मान-सम्मान पर असाधारण असर पड़ता है।
* वास्तु के मुताबिक, भोजन करने के अतिरिक्त खाना बनाते वक़्त भी मुंह पूर्व या उत्तर पूर्व दिशा में ही रखना चाहिए।
* वास्तु शास्त्र में माना जाता है कि हाथ-पैर एवं मुंह धोकर भोजन करने से मनुष्य की उम्र बढ़ती है।
* कभी भी टूटे या गंदे बर्तन में भोजन नहीं करना चाहिए, इससे दुर्भाग्य बढ़ता है। साथ-साथ जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
* कुर्सी पर बैठकर पैर हिलाते हुए खाना खाना अशुभ माना जाता है। साथ-साथ थाली को हाथ में उठाकर भी नहीं खाना चाहिए।
* खाने की टेबल को कभी भी खाली नहीं रखना चाहिए। डाइनिंग टेबल पर हमेशा खाने की चीज रखने से घर में बरकत होती है।
घर में इन वस्तुओं को न रखें फैलाकर, बढ़ते हैं रोग और कलह
इन स्थानों पर आज भी मौजूद है महादेव के पैरों के निशान, जानिए कैसे?
अगर आप भी है नकारात्मक सपनों से परेशान, तो जरूर अपनाएं ये फलदायी उपाय