कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के कल्याणपुर थाने के दीवान की दबंगई ने एक सब्जीवाले की पूरी जिंदगी तबाह कर डाली। पुलिसकर्मी के कारनामे से निर्धन अब अपने दोनों पैरों से महरूम हो गया। दरअसल थाने के सामने रोड किनारे टमाटर बेचने वाले का तराजू पुलिसकर्मी ने उठाकर पास की रेल पटरी पर फेंक दिया था। जब सब्जीवाला उठाने गया तो रेल से उसके दोनों पैर कट गए। इस घटना में अपराधी दीवान को निलंबित कर दिया गया है।
चश्मदीदों ने बताया कि कल्याणपुर थाने के सामने रोड के किनारे सब्जीवालों की दुकानें लगती हैं। यहां दुकानें लगाना नियम के खिलाफ है। मगर कुछ निर्धन परिवार दशकों से यहीं दुकानें लगाकर अपना पेट पालते हैं। इन्हीं में सम्मिलित लड्डू भी यहां टमाटर की दुकान लगाए हुआ था। दुकानदारों का आरोप है कि दीवान राकेश कल्याणपुर थाने के दरोगा शादाब के साथ मौके पर आए तथा उन्होंने पहले लड्डू को जमकर हड़काया, फिर अचानक उसकी तराजू उठाकर पीछे रेलवे लाइन पर फेंक दी।
इसके चलते सब्जीवाला पुलिस दीवान से हाथ जोड़कर प्रार्थना करता रहा, 'तराजू मत पर फेंकिए, मैं दुकान हटा रहा हूं।।।'' मगर दीवान ने उसकी एक न सुनी और तराजू सहित कुछ समान उठाकर रेलवे पटरी पर फेंक दिया। दुकानदार लड्डू दीवार फांद कर जल्दी से अपना तराजू लेने पर रेलवे पटरी पर पहुंचा, उसी वक़्त सामने से ट्रेन आ गई तथा उसके पैरों को काटते हुए चली गई। चीख-पुकार सुनकर आसपास के दुकानदार दौड़े तथा तब तक पुलिससकर्मी भी आ गए। खून से लथपथ सब्जीवाले को लोगों ने पुलिस की सहायता से उठाया एवं कानपुर के हैलट अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। इस घटना को लेकर पुलिस का कोई भी अफसर बयान नहीं दे रहा है। हालांकि, एडीसीपी लाखन सिंह ने बताया कि दीवान को अपराधी पाते हुए निलंबित कर दिया गया है। आगे की तहकीकात की जाएगी।
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