शिमला: मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून पांच दिन की देरी के बाद गुरुवार को आगे बढ़ा और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में पहुंच गया। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में मानसून 22 जून तक पहुंचने वाला था। राज्य में मानसून का सबसे पहले आगमन 2000 में 9 जून और 2010 में 5 जुलाई को दर्ज किया गया था। राज्य में मानसून 2023 में 24 जून, 2022 में 29 जून, 2021 में 13 जून, 2020 में 24 जून और 2019 में 2 जुलाई को पहुंचा। शिमला के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने से कई वाहन दब गए। वाहनों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बचाव कार्य जारी है।
हिमाचल प्रदेश में 1 जून से 26 जून तक सामान्य 84.3 मिमी बारिश के मुकाबले 39.5 मिमी बारिश हुई, जो 53 प्रतिशत कम है। अब तक राज्य के सभी 12 जिलों में कम बारिश हुई है। गुरुवार को मौसम विभाग ने जनजातीय जिलों किन्नौर और लाहौल एवं स्पीति को छोड़कर राज्य के 12 में से 10 जिलों में 28 जून से 1 जुलाई तक अगले चार दिनों के लिए भारी बारिश और बिजली गिरने की "पीली" चेतावनी जारी की थी। इससे पहले, बुधवार को मौसम विभाग ने 28 और 29 जून को कई अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, बिजली के साथ तूफान और तेज हवा (40-50 किमी प्रति घंटे) चलने की "नारंगी" चेतावनी जारी की थी।
इसमें वृक्षारोपण, बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान, कमजोर संरचनाओं को आंशिक क्षति, तेज हवाओं और बारिश के कारण कच्चे मकानों और झोपड़ियों को मामूली क्षति, यातायात में व्यवधान और निचले इलाकों में जलभराव की भी चेतावनी दी गई है।
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