नई दिल्लीः विश्व हिंदू परिषद के पूर्व संरक्षक और दिवंगत नेता अशोक सिंघल अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए होने वाले आंदोलनों के मुख्य कर्ताधर्ता हुआ करते थे। उनके इस योगदान को भगवा परिवार में आज भी काफी सम्मानपूर्वक रूप से याद किया जाता है। अशोक सिंघल हिंदू समाज के विभिन्न वर्गों और अन्य सभी धर्म के लोगों को भी एक मंच पर लाना चाहते थे। इसके लिए वे चतुर्वेद स्वाहाकार महायज्ञ भी करवाना चाहते थे और इसके लिए पूरी तैयारी कर ली थी। मगर इस कार्यक्रम के होने के पूर्व ही उनका देहांत हो गया और उनका यह सपना अधूरा रह गया। मगर उन्हीं के नाम पर बने संगठन अशोक सिंघल फाउंडेशन अब उनका सपना साकार करेगा।
फाउंडेशन और विश्व हिंदू परिषद के सहयोग से यह 'चतुर्वेद स्वाहाकार महायज्ञ' आगामी नौ अक्तूबर से दिल्ली में शुरू होगा। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत और भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे। कार्यक्रम को जगद्गुरु रामानुजाचार्य परमहंस परिव्राजकाचार्य के अगुवाई में संपन्न होगा। वीएचपी के प्रमुख नेता डॉ. सुरेंद्र जैन ने एक अखबार से बात करते हुए कहा कि अशोक सिंघल पूरे हिंदू समुदाय को एक सूत्र में बांधने के हमेशा पक्षधर रहे। वे जातियों में बंटने को हिंदू धर्म के लिए ही नहीं, पूरे देश के लिए बेहद घातक मानते थे। वह समाज के सभी वर्गों को एक सूत्र में बांधना चाहते थे।
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