गुरुग्राम: अपने अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव के लिए विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने तैयारियां पूरी कर ली है, शनिवार को होने वाला यह चुनाव इसलिए भी खास है क्योंकि 52 साल बाद पहली बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहा है, साथ ही प्रवीण तोगड़िया के बीजेपी और आरएसएस के खराब रिश्ते के बाद अगले अध्यक्ष पर सभी की निगाहें बनी हुई हैं.
अध्यक्ष के लिए होने वाले चुनाव के लिए 273 मतदाता अपना वोट डालेंगे. चुनाव से पहले तोगड़िया ने आरोप लगाया है कि वीएचपी की वोटर लिस्ट में 37 फर्जी वोटर हैं. हालांकि परिषद के महामंत्री चंपत राय ने साफ किया कि प्रवीण तोगड़िया के साथ आए कुछ बाहरी लोगों ने वीएचपी के दफ्तर आरके पुरम में आकर धक्का-मुक्की की और चुनाव को बाधित करने का प्रयास किया. उनका आरोप है कि यह इसलिए किया गया, ताकि बाहर से आने वाले लोग भ्रमित हो जाएं और चुनाव में वोट डालने ना आ पाए.
आपको बता दें कि चुनाव का बेहद खास है क्योंकि इस पर बीजेपी और संघ की भी नजरें हैं. वजह साफ है कि प्रवीण तोगड़िया के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रिश्ते ठीक नहीं चल रहे हैं. समय-समय पर वो मोदी सरकार की आलोचना करते रहे हैं. इसलिए बीजेपी और संघ नहीं चाहता है कि 2019 को देखते हुए प्रवीण तोगड़िया विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष बने क्योंकि अगर वह अध्यक्ष बन गए तो सरकार के लिए ठीक नहीं होंगे.
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