उज्जैन: महाकाल की नगरी उज्जैन में 66वां अखिल भारतीय कालिदास समारोह बड़े धूमधाम से शुरू हुआ। इस समारोह का उद्घाटन उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ ने दीप जलाकर किया। इस मौके पर उन्होंने भारतीय संस्कृति और कालिदास के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि यह समारोह भारतीय कला और साहित्य की धरोहर को संरक्षित करने के साथ-साथ नई पीढ़ी को इस दिशा में प्रेरित करता है। साथ ही उन्होंने कहा- भारत जैसी सांस्कृतिक विरासत कहीं नहीं।
समारोह के प्रारंभ से पहले बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। मंच पर राज्यपाल मंगूभाई पटेल, सीएम डॉ. मोहन यादव, संस्कृति, पर्यटन एवं धार्मिक न्यास राज्य मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी, कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री और उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल उपस्थित थे। सारस्वत अतिथि के रूप में रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास अयोध्या के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरी जी महाराज भी समारोह में सम्मिलित हुए।
यह सात दिन तक चलने वाला समारोह 18 नवंबर को समाप्त होगा। इस के चलते विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। साथ ही, राष्ट्रीय स्तर की कालिदास चित्र तथा मूर्तिकला प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जो सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक दर्शकों के लिए खोली जाएगी।
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