नई दिल्ली: कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए देश में काफी समय से टीकाकरण अभियान जारी है, किन्तु, अभी भी कई ऐसे लोग हैं जो इसके प्रति जागरूक नहीं हैं. ऐसे में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू (Vice President M Venkaiah Naidu) ने कोरोना के खिलाफ टीकाकरण की अहमियत को समझाया है. उन्होंने कहा है कि टीकाकरण हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी होनी चाहिए. सभी लोगों को मिल-जुलकर इस साल के आखिर तक सबको टीके लगाने का टार्गेट पूरा करना चाहिए.
इसके साथ ही डॉक्टर्स डे को लेकर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि देश की आबादी के कुछ वर्गों, खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीन के प्रति हिचक को दूर करने की काफी जरुरत है. कुछ वर्गों में व्याप्त वैक्सीन के प्रति डर को भी दूर करना होगा. उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान को ‘जन-आंदोलन’ में बदल देना चाहिए. वेंकैया नायडू ने चिकित्सा समुदाय से अनुरोध किया कि वह लोगों को जागरूक करें और उनमें टीकाकरण के लिए जो डर है, उसे दूर करें. जिससे अधिक से अधिक लोग वैक्सीन लगावाएं और इसकी अहमियत को समझ सकें.
डॉक्टर्स डे के मौके पर उन्हें मशहूर गुर्दा-रोग विशेषज्ञ डॉ. ज्यॉर्जी एब्राहम ने अपनी पुस्तक भेंट की. इस पुस्तक का शीर्षक ‘मेरा मरीज मेरा भगवान’ है. इस दौरान नायडू ने केंद्र और राज्य से ‘टीम इंडिया’ के रूप में साथ काम करने का अनुरोध करते हुए कहा कि टीकाकरण अभियान में तेजी लाई जाए. उन्होंने कहा कि हमें यह समझना होगा कि टीकाकरण हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है.
उत्तराखंड-बंगाल में अगस्त तक मुख्यमंत्रियों के लिए हो सकते हैं उपचुनाव
क्या लद्दाख को मिलेगा पूर्ण राज्य का दर्जा ? केंद्रीय गृह राज्य मंत्री से प्रतिनिधिमंडल ने की मांग