नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को ICICI बैंक की पूर्व प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को ICICI बैंक-वीडियोकॉन धन शोधन मामले में अरेस्ट किया है. फरवरी 2019 में केस दर्ज होने के बाद यह पहली गिरफ्तारी है. यह कार्रवाई नए सबूतों के आधार पर घंटों पूछताछ के बाद की गई है.
ED के एक अधिकारी ने बताया कि "एजेंसी के साथ सहयोग नहीं करने की वजह से उन्हें और पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है." दीपक कोचर को मंगलवार को सत्र या स्पेशल कोर्ट में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के लिए पेश किया जाएगा. जहां फेडरल एजेंसी द्वारा पांच दिन की रिमांड लेने की उम्मीद जताई जा रही है. इस मामले में आरोप है कि चंदा कोचर के ICICI बैंक के CEO पद रहते हुए वीडियोकॉन ग्रुप को 3,250 करोड़ रुपए का क़र्ज़ देने में कथित तौर गड़बड़ियां की गई. चंदा कोचर पर इस मामले में हितों का प्रयोग कर वीडियोकॉन ग्रुप को लाभ पहुंचाने के आरोप हैं. ED इस वर्ष जनवरी में चंदा कोचर की 78 करोड़ रुपए की संपत्तियां अटैच कर चुका है.
बैंक द्वारा वीडियोकॉन ग्रुप की पांच कंपनियों को 3,250 करोड़ रुपए का कर्ज दिया था. बैंक द्वारा दिया गया यह कर्ज NPA हो गया. आरोप है कि कंपनी ने इस लोन में से 86 प्रतिशत यानी 2810 करोड़ रुपए नहीं चुकाए, जिसके बाद लोन को 2017 में NPA घोषित कर दिया गया. बैंक का लोन स्वीकृत करने वाली कमेटी में स्वयं चंदा कोचर शामिल थीं. आरोप यह भी है कि वीडियोकॉन ग्रुप के MD वेणुगोपाल धूत ने दीपक कोचर की कंपनी न्यूपावर रिन्यूएबल्स में पैसा लगाया था यानी दोनों पार्टनर थे.
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