नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने गुरुवार (15 जून) को चार्जशीट दाखिल कर दी है। 6 महिला पहलवानों की FIR के बाद पुलिस ने 1500 पन्नों की चार्जशीट फाइल की है, जिसमें बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण और स्टॉकिंग का इल्जाम लगा है। इस चार्जशीट पर कोर्ट 22 जून को सुनवाई करेगी।
रिपोर्ट के अनुसार, चार्जशीट में 6 में से 3 शिकायतों से संबंधित वीडियो भी शामिल हैं। वहीं, बाकी शिकायतों में कुछ तस्वीरों को बतौर सबूत पेश किया गया है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में लगभग 70-80 गवाहों के बयान दर्ज किए थे, जिसमें से 22 को चार्जशीट में शामिल किया गया है। इन 22 में से 12 से 15 गवाह पहलवान ही हैं। यह वह पहलवान है जो कि WFI के साथ काम कर चुके हैं और कुछ अभी भी कर रहे हैं। वहीं पहलवानों के अतिरिक्त इन गवाहों में कोच, रेफरी और टूर्नामेंट्स के दौरान पहलवानों के साथ सफर करने वाली अन्य लोग शामिल हैं।
मीडिया से बात करते हुए एक सीनियर पुलिस ऑफिसर ने बताया है कि चार्जशीट में सभी 6 महिला पहलवानों की शिकायत अलग-अलग रखी गई हैं। प्रत्येक शिकायत से जुड़े हुए वीडियो, फोटो और कॉल रिकॉर्ड के सबूत भी आरोपपत्र में शामिल हैं। जिन टूर्नामेंट के दौरान यौन शोषण के इल्जाम लगाए गए हैं, वहां के मेडल सेरेमनी, ग्रुप फोटो और इवेंट के दौरान के एक्शन फोटो को चार्जशीट में रखा गया हैं। कई लोगों का कहना था कि WFI के दफ्तर में भी महिलाओं के साथ यौन शोषण हुआ था। उस दफ्तर से जुड़े हुए कुछ वीडियो भी सामने आए हैं।
इसके साथ ही चार मामलों में वर्ष 2012 से लेकर 2018 तक के कॉल रिकॉर्ड भी निकाले गए हैं। कॉल रिकॉर्ड्स को अदालत टेक्निकल सबूत के दायरे में रखती है। वहीं, पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय रेसलिंग फेडरेशंस से भी सहायता मांगी है और उनका जवाब आते ही आरोपपत्र में भी उसे शामिल किया जाएगा। अधिकारी का कहना था कि अब सबूतों और सजा को लेकर फैसला करने का काम अदालत का है।
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