शिमला: संबंधियों के नाम पर करोड़ों की भूमि क्रय कर विवादों में आए जयराम सरकार के मिनिस्टर की विजिलेंस जांच से सूबे की राजनीती में भूचाल आ गया है. सूत्रों के मुताबिक, एक तरफ अपराधी मंत्री ने राज्य तथा नेशनल लेवल के नेताओं से कांटेक्ट साधना आरम्भ कर दिया है. ऑफिशियल रूप से भले ही सरकारी तंत्र बोलने को तैयार न हो, किन्तु अंदरखाने धोखाधड़ी करने वालों पर हो रही कार्यवाही पर सरकार को मौन सपोर्ट दे रहे हैं.
वही मिडिया द्वारा ‘हिमाचल के एक मंत्री के विरुद्ध विजिलेंस जांच शुरू’ की गई थी. साथ ही मंत्री के विरुद्ध विजिलेंस जांच का खुलासा किया था. इस खबर के पश्चात् दिनभर सचिवालय के गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा. एक तरफ जहां लोग मिनिस्टर के नाम को लेकर कयास लगा रहे थे, क्योंकि कैबिनेट के दो मेंबर्स पर काली कमाई से भूमि क्रय करने के आरोप लगे हैं. वही दोनों ही निचले हिमाचल से ताल्लुक रखते हैं. इसलिए राजनीती हलको में इस बात को लेकर खूब बातचीत हो रही कि आखिर किस मिनिस्टर के विरुद्ध विजिलेंस जांच कर रही है. उधर, लोगों ने इस बात को लेकर भी सरकार की सराहना की है कि वह भ्रष्टाचार की कम्प्लेन पर अपना-पराया न देखकर डायरेक्ट विजिलेंस जांच करा रही है.
वही दूसरी तरफ राज्य के चंबा जिले में कोरोना से दो महिलाओं की मौत हो गई. महिला को चंबा से धर्मशाला रेफर किया गया था. 58 वर्षीय महिला ने धर्मशाला जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया. महिला चंबा शहर के मोहल्ले की रहने वाली बताई जा रही है. वहीं चंबा के बगधार समोटी में 84 वर्षीय महिला की भी कोरोना से मौत हो गई. प्रदेश में अब तक 24 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है.
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