कानपूर: बीते दिनों हुए गैंगस्टर विकास दुबे के एकाउंटर के पश्चात् केस में कई तरह के खुलासे हुए है. वही इस बीच बिकरू कांड में गैंगस्टर की कार्रवाई के पश्चात् गिरफ्तारी के डर से जय बाजपेई के तीनों भाई रजय, अजय और शोभित फरार हो गए हैं. नजीराबाद इंस्पेक्टर ज्ञान सिंह ने अपने बयान में बताया कि पुलिस ने अपराधियों के घर और नजदीकियों के यहां दबिश दी, किन्तु एक भी अपराधी हाथ नहीं आया.
वही सर्विलांस टीम को भी उनकी गिरफ्तारी के लिए लगाया गया है. इधर डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने केस के निरिक्षण को फजलगंज इंस्पेक्टर अमित कुमार तोमर को सौंप दी है. गिरफ्तारी से बचने के लिए पैरवी भी अपराधी करवा रहे हैं. खूंखार गैंगस्टर विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई और उसके तीन भाइयों पर नजीराबाद पुलिस ने दहशतगर्द की कार्रवाई की है.
साथ ही बिकरू कांड में असलहा-कारतूस मुहैया कराने, और विकास दुबे को फरार कराने के षड्यंत्र रचने के आरोप में जय जेल में है. पुलिस के मुताबिक, जय ने वारदात से एक दिन पूर्व 25 कारतूस, असलहा और 2 लाख रुपये विकास को दिए थे. आगे नजीराबाद इंस्पेक्टर ज्ञान सिंह ने बताया कि उसके विरुद्ध डकैती, बलवा, मारपीट, लूट, आर्म्स एक्ट आदि के 6 मामले दर्ज हैं. आपराधिक संलिप्तता से जय ने करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी बनाई. इसमें उसके भाई रजय कांत, अजय कांत और शोभित ने भी साथ दिया. वही अब फरार आरोपी की तलाश जारी है. हालाँकि अभी एक का भी पता नहीं लग पाया है, जांच लगातार जारी है.
लालू यादव की सेहत को लेकर सरकार चिंतित, अस्पताल से बंगले में शिफ्ट करने की तैयारी
राजस्थान: गहलोत और पायलट खेमे के विधायकों का वेतन रोकने की मांग, HC में याचिका दाखिल
आज इंडिया हैकथॉन को संबोधित करेंगे पीएम मोदी, फाइनलिस्ट के साथ करेंगे विशेष चर्चा