बड़ा खतरा! बढ़ता जा रहा है नर्क के दरवाजे का छेद, निगल रहा आस-पास की चीजें

बड़ा खतरा! बढ़ता जा रहा है नर्क के दरवाजे का छेद, निगल रहा आस-पास की चीजें
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आप सभी जानते ही होंगे प्रकृति अपने आप में कई रहस्य समेटे हुए है। जी हाँ और इन रहस्यों से कई बार इंसानों ने पर्दा उठाने की कोशिश की लेकिन वह नाकामयाब रहे। अब इस समय भी एक किस्सा सुर्ख़ियों में हैं। जी दरअसल मौजूदा वक्त में रूस के साइबेरिया का एक विशाल गड्ढा चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसे लोग 'नर्क का दरवाजा' कहा करते हैं। अब इसी बीच वैज्ञानिकों ने इसको लेकर एक चौकाने वाली खबर दी है। जी दरअसल कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साइबेरिया में नर्क के दरवाजे का मुंह फिर से खुल गया है। वहीँ यहाँ रहने वाले लोगों का मानना ​​है कि ये जमीन के अंदर दूसरी दुनिया का रास्ता है।

आपको बता दें कि वैज्ञानिक इसे बटागाइका क्रेटर ( Batagaika Crater) कहते हैं, जो पृथ्वी की सतह पर गैपिंग होल है। जी हाँ और इसको पहली बार 1980 के दशक में मापा गया था, तब से ये एक किलोमीटर लंबा और 86 मीटर गहरा हो गया है। वहीँ वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्होंने इसके अंदर की मिट्टी की जांच की और अब यह पता चला कि ये 1।20 लाख साल से लेकर 2 लाख साल पुरानी है। जी हाँ और सबसे निचली परत की डेटिंग से पता चला कि ये 6।50 साल पुरानी हो सकती है। जी हाँ, इसी के साथ ये विशाल गड्ढा पूरे यूरेशिया में सबसे पुराना खुला क्षेत्र बन सकता है। इसके अलावा जांच में यह भी पता चला कि ये गड्ढा हर साल करीब 20-30 मीटर की दर से बढ़ रहा है और इसकी रफ्तार अभी भी स्थिर नहीं है। वहीँ वैज्ञानिकों का कहना है इस गड्ढे के बढ़ने की गति को रोका नहीं जा सकता है और ये अपनी आसपास की चीजों को निगल रहा।

वैज्ञानिकों का कहना है साइबेरिया में तापमान बहुत कम रहता है और ऐसे में नीचे की जमीन जम गई थी। जिस समय साल 1960 में जंगल हटे तो सूर्य की किरणें वहां पहुंचीं और जमीन पिघलकर धंसने लगी। यह हमारे पर्यावरण के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। वैज्ञानिकों का कहना है जमीन धंसने के अलावा एक और चिंताजनक खबर है।

इससे लगातार ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन हो रहा है और अगर ये ऐसे चलता रहा तो जलवायु संकट बढ़ता चला जाएगा। इसी के साथ इसके आसपास रहने वाले लोगों को बूम की आवाज भी सुनाई दी। इसी वजह से वो इसे नर्क का दरवाजा कहा जा रहा है। वहीँ याकूत लोगों का मानना है कि ये दूसरी दुनिया का रास्ता है, लेकिन जब भू-वैज्ञानिकों ने इसका अध्ययन किया तो पता चला कि इसमें सिर्फ चट्टानें थीं और कोई दूसरा प्रवेश द्वार नहीं था। जी हाँ और इसके अंदर एक घोड़े के अवशेष मिले, जो 42 हजार साल पुराने बताए गए हैं।

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