मुंबईः नगद संकट के कारण बंद हो चुकी निजी क्षेत्र की एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज के पूर्व सीईओ विनय दुबे ने एक अन्य एयरलाइन कंपनी में बतौर सलाहकार जुड़ गए हैं। विनय दुबे ने 14 मई को जेट एयरवेज से त्यागपत्र दे दिया था। मार्च से गोएयर का सीईओ का पद खाली है। कंपनी विनय दुबे को सीईओ के पद पर नियुक्त करना चाहती है। जानकारी के लिए बता दें कि जेट एयरवेज में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में विनय दुबे के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी है।
इसलिए उनके गोएयर का सीईओ बनने में कानूनी उलझनें हो सकती हैं। जेट एयरवेज को बंद हुई करीब छह महीने हो गए हैं। कंपनी के बंद होने से 20,000 लोगों की नौकरी पर संकट आ गया था। कंपनी के पास कर्मचारियों कोवेतन देने के लिए भी पैसे नहीं थे। इतना ही नहीं, भारी नकदी संकट से डूबने की कगार पर पहुंची निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी जेट एयरवेज अपने 20,000 से अधिक कर्मचारियों की मेडिक्लेम सुविधा भी बंद कर दी थी। एयरलाइन ने कर्मचारियों से कहा था कि वह समूह मेडिक्लेम पॉलिसी का प्रीमियम भरने की स्थिति में नहीं है। जेट एयरवेज को खरीदने के लिए सिनर्जी ग्रुप ने इच्छा दिखाई थी। कर्ज देने वाली कमेटी ने सिनर्जी ग्रुप को रेजोल्यूशन प्लान बनाने के लिए एक महीने का और समय दिया है। ग्रुप के पास अब 15 नवंबर तक का वक्त है।
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