दार्जिलिंग : दार्जिलिंग में हिंसा और तनाव के हालात हैं। राज्य में इंटरनेट सेवा पर अभी भी रोक लगी हुई है। बंद का असर 24 दिनों से जारी है। हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। यहां पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने सेना को वापस बुला लिया है। गोरखालैंड समर्थकों द्वारा पुलिस चौकी, एक टाॅय ट्रेन स्टेशन में लगाई गई आग और दो स्थानों पर पुलिस के साथ झड़प की गई। गौरतलब है कि यहां पर अलग गोरखालैंड की मांग की जा रही है।
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा जीजेएम ने इस मामले में दावा किया है और कहा है कि पुलिस फायरिंग में तीन युवकों की मौत हो गई। हालात बेकाबू होने पर सेना ने स्थिति संभाल ली है। उक्त वार्ता हेतु मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पेशकश को नकार दिया गया है। इस मामले में पुलिस ने कहा कि उन्हें गोलीबारी की जानकारी नहीं है। केंद्र सरकार गोरखा जनमुक्ति मोर्चा और पश्चिम बंगाल सरकार के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने की इच्छुक हैं।
दार्जिलिंग में अनिश्चितकालीन बंद के चलते रसद आपूर्ति प्रभावित हो रही है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं और अन्य एनजीओ के सदस्यों द्वारा रसद सामग्री बांटी जा रही है। इन लोगों ने लोगों को भोजन बांटा है। हालांकि स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है। 21 वें दिन भी बंद से तनाव के हालात हैं।
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के नेताओं द्वारा कहा जा रहा है कि ममता बनर्जी और राज्य सरकार के साथ चर्चा का रास्ता सदैव के लिए बंद हो गया है। सोनादा में हिंसा की घटना हो जाने के बाद दार्जिलिंग हिल्स में सेना की तैनाती कर दी गई। गोरखालैंड की मांग करने वालों का आंदोलन उग्र हो गया ओर उन्होंने एक टाॅय ट्रेन स्टेशन में आग लगा दी। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा जीजेएम कार्यकर्ताओं व गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट जीएनएलएफ की सोनादा व चैकबाजार में झड़प हो गई। क्षेत्र में बंद से हालात तनावपूर्ण हैं।
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