पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वास्थ्य ख़राब होने की खबर अक्सर सुनने मिलती रहती है पर 93 वर्षीय वाजपेयी के निधन की अफवाह जोर से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.
राजस्थान में गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की सूचना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. जयपुर, जोधपुर समेत प्रदेशभर में लोगों ने वाट्सएप ग्रुप्स पर बिना इसकी पुष्टि किए कि यह सूचना सच या झूठ, श्रद्धांजलि तक दे दी. हालांकि देर रात तक इस सूचना की पुष्टि नहीं हो सकी वहीं कुछ लोग सोशल मीडिया पर इसे फेक भी बताते नजर आए.
यह पहला मौका नहीं जब पूर्व प्रधानमंत्री की निधन की अफवाह फैली हो इससे पूर्व साल 2015 में उड़ीसा के बालासोर जिले में एक प्राइमरी स्कूल के प्राचार्य कमलकांत दास ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बारे में सूचना दी थी.
ऐसा ही के मामला 24 दिसंबर 2016 को मप्र में देखने मिला था जहाँ एक गर्ल्स कॅालेज खंडवा (म.प्र) में उनका जन्मदिन मनाया गया था. उस कार्यक्रम में अटल बिहारी वाजपेयी के जिंदा रहते हुए श्रद्धांजलि दे दी गई. कॉलेज में हुए कार्यक्रम में प्राचार्य पुष्पलता केसरी व अन्य प्राध्यापकों ने पूर्व प्रधानमंत्री के चित्र पर फूल चढ़ाए थे और अगरबत्ती भी लगाईं गई थी.
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