टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली की कप्तानी में भारत की टेस्ट टीम नित नए परचम लहरा रही है। भारत समेत दुनिया की कई हस्तियां भी मान चुकी हैं की वर्तमान टेस्ट टीम में इंडिया की अब तक की बेस्ट भारतीय टेस्ट टीम बनने की काबिलियत हैं। इंग्लैड के खिलाफ जारी सीरीज में भी भारतीय टीम फिलहाल फ्रंट फुट पर है. इस टीम को यहां तक पहुंचाने में विराट कोहली की कप्तानी की जितनी तारीफ़ की जाए वो कम है. उन्हें अपनी टीम पर पूरा भरोसा है और उनकी टीम का हर खिलाड़ी इसलिए ही अपना बेस्ट देने की कोशिश का रहा है।
खुद विराट कोहली अमूमन हर मैच में अपनी बल्लेबाजी से टीम को लीड करते हैं और साथी खिलाडियों के लिए उदाहरण सेट करते हैं। विराट कोहली कितने एग्रेसिव है यह बात किसी से भी नहीं छूपी है। कप्तान के तौर पर उनकी आक्रामकता मैदान पर साफ़ झलकती है और ऐसा लगता है कि जीत से कम उन्हें कुछ भी नहीं चाहिए। उनकी आक्रामकता की बानगी इंग्लैड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन भी दिखी। विराट कोहली ने मैदान पर रविन्द्र जडेजा को अपना गुस्सा दिखाया।
रविन्द्र जडेजा के गेंदबाजी करते वक्त एक बाल बल्लेबाज के पेड से टकराई जिसपर पर जडेजा समेत बाकी खिलाड़ियों ने जोरदार अपील की लेकिन अंपायर ने इसे नहीं माना। रविन्द्र जडेजा को लग रहा था की बल्लेबाज आउट है और उन्होंने विराट को डीआरएस लेने के लिए बोला। विरत को लग रहा था की बल्लेबाज नॉट आउट है और उन्होंने डीआरएस नहीं लेने का मन बनाया लेकिन जडेजा के फोर्स करने पर विराट ने रिव्यु लिया और फैंसला बल्लेबाज के पक्ष में गया। अपने एक रिव्यु को यूँ खराब जाता देखकर विराट को जडेजा पर काफी गुस्सा आया और उन्होंने बिना कुछ कहे भी जडेजा पर अपनी नाराजगी जाहिर की।