नई दिल्ली: अयोध्या मामले पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला सुरक्षित रखे जाने के बाद शुरू हुई समझौते की बातचीत पर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने बड़ा बयान दिया है. VHP ने बयान जारी करते हुए कहा है कि उसे समझौते में कोई दिलचस्पी नहीं है. परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार की तरफ से जारी किए गए बयान के अनुसार, उन्होंने अपनी तरफ से कभी भी समझौते की पेशकश नहीं की.
बयान में ये भी कहा गया कि कभी भी किसी भी समझौता या बातचीत के कार्यक्रम की ना तो उन्हें कोई सूचना मिली ना ही आमंत्रण मिला. अब जबकि 40 दिनों की सुनवाई के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया है तो सबको उसी की प्रतीक्षा है. पिछले चालीस दिनों से सर्वोच्च न्यायालय में रोजाना सुनवाई हो रही थी, हिंदू-मुस्लिम पक्षकारों की तरफ से निरंतर दलीलें दी गईं, कोर्ट में तीखी बहस भी हुई. बुधवार को शाम 5 बजे इस मामले की बहस समाप्त हुई और सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला रिजर्व रख लिया. अब हर किसी को सिर्फ इस मामले के फैसले का इंतज़ार है.
मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के नेतृत्व में पांच जजों की पीठ ने इस मामले को सुना और अब वह इस ऐतिहासिक फैसले को लिखेंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले पर एक माह के भीतर फैसला आ सकता है, हालांकि अदालत की तरफ से फैसले की कोई तारीख तय नहीं की गई है.
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