ईसाइयों का सबसे बड़ा त्यौहार क्रिसमस आने वाला है। जी हाँ, 25 दिसंबर के दिन क्रिसमस का त्यौहार मनाया जाने वाला है लेकिन उससे पहले दक्षिण असम में एक नया विवाद उभरता दिखाई दे रहा है। जी दरअसल दक्षिणी असम की बराक घाटी में बजरंग दल ने एक या एलान कर डाला है। इस एलान में उन्होंने क्रिसमस पर चर्च जाने वाले हिंदुओं को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर हिन्दू चर्च जाते हैं तो उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
जी दरअसल बजरंग दल की यह तीखी चेतावनी शिलांग में खासी स्टूडेंट यूनियन द्वारा विवेकानंद कल्चरल सेंटर की कथित तौर पर तालाबंदी की घटना के बाद आई है। इस दौरान बजरंग दल ने दो टूक शब्दों में कहा है कि 'उन्हें मालूम है कि 26 दिसंबर को मीडिया उन्हें गुंडा करार देगा, लेकिन इससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता है।' वैसे हम आपको यह भी बता दें कि हिन्दुओं को यह चेतावनी बजरंग दल महासचिव मिठू नाथ ने दी है। मिठू नाथ की इन बातों का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया और उसके बाद कचार जिले की डिप्टी कमिश्नर कीर्ति जल्ली ने स्वतः संज्ञान लेकर मामला दर्ज कर जांच के आदेश दे दिया हैं। बताया जा रहा है बजरंग दल के प्रभारी मिठू नाथ ने बीते 3 दिसंबर को एक बैठक में यह सब कहा था।
उन्होंने कहा था, 'किसी भी हिंदू को क्रिसमस के दौरान चर्च में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। क्रिसमस के जश्न में भाग लेने के लिए चर्च जाने वाले हिंदुओं को 'पीटा' जाएगा।' उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके वीडियो की खूब निंदा हुई। वैसे उन्होंने इस बैठक में विवेकानंद केंद्र के गेट पर तालेबंदी का जिक्र करते हुए कहा था, 'आप पहले मंदिर खोलिए, फिर हम चर्च चलाने की अनुमति देंगे। अगर आप मंदिर को बंद करते हैं, तो हम चर्च को खोलने की अनुमति नहीं देंगे।' अब इस मामले में पुलिस सावधानीपूर्वक पूरी गंभीरता के साथ जांच कर रही है।
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