सार्वजनिक निर्गमों और इक्विटी और डेट के निजी प्लेसमेंट (पीपी) के माध्यम से भारतीय कॉरपोरेट्स द्वारा धन उगाहना जनवरी में लगभग 27 प्रतिशत घटकर महीने-दर-महीने आधार पर 72,389 करोड़ रुपये रहा। सेबी के आंकड़ों के अनुसार दिसंबर में कॉर्पोरेट्स द्वारा कुल फंड जुटाए गए 98,987 करोड़ रुपये थे। सार्वजनिक मुद्दों की तुलना में कंपनियों ने निजी प्लेसमेंट को अधिक लिया, पूंजी बाजार नियामक के आंकड़ों से संकेत मिला।
जनवरी 2021 में पब्लिक इश्यू के जरिए फंड जुटाकर 10,262 करोड़ रुपये हो गया, जो इससे पहले के 1,652 करोड़ रुपये था। प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) सहित सार्वजनिक सार्वजनिक निर्गम, आगे की सार्वजनिक पेशकश (एफपीओ) जनवरी में 5,015 करोड़ रुपये थी, जो दिसंबर में 1,652 करोड़ रुपये थी। जनवरी 2021 में ऋण सार्वजनिक मुद्दों के जरिए इंडिया इंक द्वारा पूंजी जुटाने का खर्च 5,248 करोड़ रुपये था।
निजी प्लेसमेंट के माध्यम से धन का जुटाव, जिसमें क्यूआईपी, तरजीही आवंटन और ऋण की निजी नियुक्ति शामिल है, जनवरी में गिरकर 62,127 करोड़ रुपये हो गया, जो एक महीने पहले 97,335 करोड़ रुपये था। जनवरी 2021 के दौरान फरवरी के लिए सेबी बुलेटिन के अनुसार, दो मुख्य बोर्ड आईपीओ मुद्दे और एक अधिकार मुद्दे थे, क्रमशः 4,933 करोड़ रुपये और 81 करोड़ रुपये जुटाए।
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