मॉस्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने शुक्रवार (9 दिसंबर) को चेतावनी देते हुए कहा है कि मॉस्को दुश्मन से हमले के खतरे के जवाब में उस पर पहले हमला करने की अमेरिका की रणनीति अपना सकता है और उसके पास ऐसा करने के लिए बहुत से हथियार हैं। राष्ट्रपति पुतिन ने पूर्व सोवियत देशों के वित्तीय गठबंधन के किर्गिस्तान में हुए सम्मेलन में अमेरिकी नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि, हम इसके बारे में केवल सोच रहे हैं। जबकि रूस के दुश्मन देश बीते कुछ वर्ष में इसके बारे में खुलकर बात करने से कतरा नहीं रहे हैं।
क्रेमलिन कई सालों से तथाकथित कन्वेंशनल प्रोम्प्ट ग्लोबल स्ट्राइक क्षमता विकसित करने की अमेरिका की कोशिशों को लेकर चिंता जताता रहा है, जिसके तहत एक घंटे के अंदर ही दुनिया में कहीं भी पारंपरिक हथियारों से सटीक निशाना लगाई जा सकती है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि रूस ने ऐसा हमला करने में सक्षम हाइपरसोनिक हथियारों को पहले ही तैनात कर दिया है, जबकि अमेरिका ने अभी तक उन्हें तैनात नहीं किया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि अब रूस के पास ऐसी क्रूज मिसाइल हैं, जो अमेरिका की क्रूज मिसाइलों से भी आगे की दूरी निर्धारित कर सकती हैं।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अमेरिका ने पहले परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की संभावना से इनकार नहीं किया है। उन्होंने कहा है कि, यदि किसी देश को लगता है कि वह हमले के खतरे की आड़ में हमला करने की नीति अपना सकता है और हम नहीं, तो यह उनकी गलती है। राष्ट्रपति पुतिन ने आगे कहा है कि दूसरे देशों की रणनीति देखते हुए हम पहले एटमी वार करने के लिए बाध्य हो सकते हैं। बता दें कि पुतिन का यह स्टैंड पिछली बातों से उलट है। इससे पहले रूस कहता आ रहा था कि वह पहले एटमी हमला नहीं करेगा।
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