भारतीय टेलिकॉम बाजार में रिलायंस जियो ने अपने फ्री प्लानस और सर्विसेस से लोगों के बीच के हलचल मचा रखी है. वही बिड़ला ग्रुप की कंपनी आईडिया सेल्युलर और वोडाफोन की इंडिया यूनिट का विलय एयरटेल और रिलायंस जियो पर भारी पड़ सकता है. इन दोनों कंपनी के आ जाने से रिलायंस जिओ का नंबर वन बन पाना काफी मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि आईडिया और वोडाफोन के विलय के बाद बनने वाली कंपनी के पास 40 फीसदी मार्किट शेयर होगा. जो कि एयरटेल और रिलायंस जियो को मात दे सकता है. हाल में जानकारी मिली है कि आईडिया और वोडाफोन के विलय को जल्दी ही मंजूरी मिल सकती है, जिसमे यह देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बनकर उभरेगी. बताया जा रहा है कि एक माह के अंदर इस फैसला लिया का सकता है.
इस बारे में इंडिया रेटिंग्स एण्ड रिसर्च का कहना है कि यदि दोनों के बीच विलय सौदे को लेकर सहमति बन जाती है तो मिलकर बनने वाली नई दूरसंचार कंपनी भारत की सबसे बड़ी कंपनी होगी. दूरसंचार क्षेत्र के राजस्व में इसकी हिस्सेदारी करीब 40 प्रतिशत होगी और 38 करोड़ से अधिक इसके ग्राहक होंगे.
बता दें कि वायरलेस सब्सक्राइबर के लिहाज से फिलहाल वोडाफोन दूसरे और आइडिया तीसरे स्थान पर है, जबकि भारतीय एयरटेल पहले नंबर पर है. इस विलय से निश्चित रूप से भारती एयरटेल और रिलायंस जियो पीछे छूट जाएंगे.
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वोडाफोन-आइडिया विलय के समझौते की घोषणा एक माह में संभव
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