लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में दिग्गज नेता अपने-अपने सियासी किले को बचाने के लिए जोड़तोड़ और सियासी समीकरण बैठाने में जुट गए है. यूपी के 75 जिले में से 22 जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध चुने गए हैं, जिनमें 21 भाजपा और एक सपा के हैं. वहीं, अब 53 जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए 3 जुलाई को वोटिंग होना है.
बता दें कि यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसके कारण जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को 2022 के सेमीफाइनल के रूप में देखा रहा है. इसी के चलते नेता जिला पंचायत पर काबिज होने के लिए हरसंभव प्रयास में लगे हुए हैं. राज्य की जिन 53 सीटों पर शनिवार को मतदान होना है, उनमें से अधिकतर पर भाजपा और सपा के बीच सीधी टक्कर है. इनमें से 37 जिला पंचायत सीटें ऐसी हैं, जहां पर केवल दो-दो प्रत्याशी ही चुनाव मैदान में हैं. दोनों ही दल के नेता अपनी-अपनी जीत के लिए जोड़तोड़ में लगे हुए हैं.
बता दें कि यूपी की 53 जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 3 जुलाई यानी शनिवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक वोटिंग होगी. मतदान के बाद ही मतगणना आरंभ हो जाएगी और शनिवार को देर शाम तक जिला पंचायत अध्यक्ष के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे. वोटिंग के लिए सभी जिलों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस दौरान प्रशासान ने सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
TMC के 3 सांसदों का पीएम मोदी को पत्र, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को हटाने की मांग
शादी से पहले महिला ने बनाए संबंध तो पब्लिक के सामने किया ये हाल
उत्तरी अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व में दो अलग-अलग हमले, इतने लोगों की हुई मौत