लखनऊ. उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव का अंतिम दौर चल रहा है, इसी दौरान खबर है कि पूर्व सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता राजनीति में आने की ख्वाहिश रखती थी किन्तु अब हाल ये है कि वह चाहती है की उनके बेटे प्रतिक राजनीति क्षेत्र का प्रमुख हिस्सा बने.
किन्तु हाल ही में साधना ने एक न्यूज एजेंसी में इंटरव्यू दिया जिसके अनुसार, नेताजी ने नहीं आने दिया, पर हा बैकग्राउंड में काम करते रहे. अब मेरी राजनीति में आने कि कोई ख्वाहिश नहीं है, किन्तु हाँ मैं अपने बेटे को जरूर देखना चाहती हु. साधना के अनुसार, उनका अपमान बहुत हुआ है, आगे वह कहती है, मैं एक ऐसे परिवार में पली बढ़ी हु, जहां किसी अच्छे काम का ढिंढोरा नहीं पीटना चाहिए, किन्तु अब समय बदल गया है. परिवार में जो भी हुआ, उससे बुरा तो लगता है.
मुख्यमंत्री अखिलेश के बारे में पूछने पर वह कहती है अभी उनके सम्बन्ध अखिलेश से पहले से बेहतर है. वह आगे कहती है, अखिलेश से नए वर्ष के बाद इतनी अधिक बातें हुई जितनी बीते पांच वर्षों में नहीं हुई होगी. मुझे इसकी जानकारी नहीं कि अखिलेश को किसने गुमराह किया, वह नेताजी और मेरा, बहुत सम्मान करता है. बता दे कि मुलायम ने पहली पत्नी मालती देवी के देहावसान के चार वर्ष बाद 2007 में सुप्रीम कोर्ट के सामने दिए एक शपथ-पत्र में साधना गुप्ता को पत्नी और प्रतीक को बेटा माना था.
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