नई दिल्ली: क्या महात्मा गांधी का कोई दूसरा हत्यारा भी था? क्या चौथी गोली भी थी जिसे नाथूराम गोडसे के अलावा किसी और ने चलाया था? ऐसे कई सवालों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की जाकर मांग की है कि नया जांच आयोग गठित करके गांधी की हत्या के पीछे की बड़ी साजिश का खुलासा किया जाए.
गौरतलब है कि अभिनव भारत, मुंबई के शोधार्थी और न्यासी डाक्टर पंकज फडनिस द्वारा दायर याचिका में दावा किया गया कि वर्ष 1966 में गठित न्यायमूर्ति जे एल कपूर जांच आयोग पूरी साजिश का पता लगाने में नाकाम रहा. फडनिस ने गोडसे और नारायण आप्टे सहित अन्य आरोपियों को दोषी ठहराने के लिए विभिन्न अदालतों द्वारा सही मानी गई तीन गोलियों की कहानी पर भी सवाल उठाए हैं.
बता दें कि फडनिस ने याचिका में दावा किया कि उनका शोध और उन दिनों की खबरें बताती हैं कि गांधी को चार गोलियां मारी गई थीं. तीन तथा चार गोलियों के बीच अंतर अहम है, क्योंकि गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को जिस पिस्तौल से महात्मा को गोली मारी थी उसमें सात गोलियों की जगह थी और बाकी की चार बिना चली गोलियां पुलिस ने बरामद की थीं.ऐसे में यह तय है कि उस पिस्तौल से सिर्फ तीन गोलियां चलीं. चौथी गोली दूसरे हत्यारे की बंदूक से आई.इसके अलावा फडनिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखकर सावरकर के खिलाफ कपूर आयोग द्वारा की गई 'प्रतिकूल अनुचित' टिप्पणियों को हटाने का भी अनुरोध किया है.
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