भारत के दिग्गज टेस्ट बल्लेबाजों में से एक रहे वसीम जाफर अब नई पारी शुरू करने जा रहे हैं. वसीम जाफर ने खिलाड़ी के तौर पर तो पिछले ही दिनों क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, लेकिन अब वे कोचिंग देंगे. इस खबर की पुष्टि खुद वसीम जाफर ने कर दी है वे अपनी नई पारी को लेकर काफी उत्सुक रोमांचित भी हैं. लगभग दो दशक तक क्रिकेट खेलने के बाद वसीम जाफर ने इस साल मार्च में संन्यास लिया था. भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज घरेलू क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी वसीम जाफर को आगामी घरेलू सत्र के लिए उत्तराखंड का मुख्य कोच नियुक्त किया गया है. वसीम जाफर ने पीटीआई से इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि उनका अनुबंध एक साल का है. प्रथम श्रेणी घरेलू प्रतियोगिताओं में उन्होंने मुंबई विदर्भ का प्रतिनिधित्व किया. वह पहली बार किसी टीम के साथ मुख्य कोच के रूप में जुड़े हैं.
वसीम जाफर ने कहा, मैं पहली बार किसी टीम का मुख्य कोच बन रहा हूं. यह मेरे लिए बेहद चुनौतीपूर्ण कुछ नया है, जो करियर खत्म होने के तुरंत बाद शुरू हो रहा है. मैं इसके लिए तैयार हूं. उन्होंने कहा, यह एक नई टीम है, उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है. वह विदर्भ के खिलाफ क्वार्टर फाइनल (2018-19 सत्र में रणजी ट्रॉफी) खेली थी. लेकिन वे फिर से ग्रुप डी (प्लेट समूह) में वापस चले गए हैं, इसलिए यह एक बड़ी चुनौती होने जा रही है. मुझे खुशी है कि मैं निचले पायदान से शुरू कर रहा हूं मेरे लिए यह एक अच्छा अनुभव होगा.
उन्होंने कहा कि उन्हें मुंबई विदर्भ की टीम के युवा खिलाड़ियों को सलाह देकर अच्छा लगता था इन चीजों को उत्तराखंड के लिए आगे बढ़ा कर खुश है. भारत के लिए 31 टेस्ट खेलने वाले 42 साल के इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा, मैंने अपने पिछले पांच-छह साल के करियर में युवा खिलाड़ियों का मार्गदर्शन किया है. यह ऐसी चीज है जिसका मैं लुत्फ उठाता हूं. मुझे युवाओं की मदद करने उन्हें बेहतर खिलाड़ी बनते हुए देखने में बहुत खुशी होती है. उत्तराखंड की टीम 2018-19 में रणजी ट्राफी में पदार्पण करते हुए क्वार्टर फाइनल में पहुंची थी लेकिन पिछले सत्र में टीम ग्रुप सी से ग्रुप डी में रेलीगेट हो गई.
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