पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है. पहले चरण के लिए वोटिंग की जा रही हैं. यहां हर राजनीतिक पार्टी चुनाव में जीत पाने के लिए पूरा प्रयास कर रहे है. वहीं एक भारतीय मूल के पुजारी को सेशेल्स का राष्ट्रपति चुना गया है. खास बात यह है कि चुने गए सेशेल्स के राष्ट्रपति जड़ें भारत के बिहार से हैं. भारतीय मूल के वेवल रामकलवान को सेशेल्स का राष्ट्रपति चुन लिया गया है. कहा जा रहा है कि वेवल रामकलवान के दादा बिहार के गोपालगंज से आकर सेशेल्स में बसे थे. जंहा इस बात का पता चला है कि अब वेवल रामकलवान ने डैनी फौरे को हरा कर सेशंल्स में राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है. मिली जानकारी के अनुसार पहली बार हो रहा है जब विपक्ष के उम्मीदवार ने 1977 के उपरांत सेशेल्स में चुनाव जीता है.
जंहा यह भी कहा जा रहा है कि साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सेशेल्स यात्रा के दौरान कुछ समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे. वहीं अब रामकलवान के राष्ट्रपति बनने के बाद संशोधन की उम्मीद कर रहे है. यह विशेष रूप से इसलिए है क्योंकि अगले संसदीय चुनाव होने पर नए राष्ट्रपति को व्यापक रूप से राजनीतिक रूप से मजबूत होने की उम्मीद है.
बता दें कि वेवल रामकलवान का जन्म सेशेल्स के माहे में हुआ था. उनके दादा भारत में बिहार के गोपालगंज से थे. रामकलवान ने अपनी स्कूल से लेकर कॉलेज की पढ़ाई सेशेल्स में ही पूरी की थी. जिसके बाद वह मॉरीशस में धार्मिक अध्ययन के बाद एक पुजारी बने थे. उन्होंने साल 1998, 2001, 2006 के चुनावों में अपनी पार्टी का नेतृत्व किया. इन सभी चुनावों में वह विपक्ष का हिस्सा बने रहे. 2020 के चुनाव में उन्होंने 54.9 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं.
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