मुंबई: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के आरोपों पर पलटवार किया है। सीएम शिंदे ने कहा है कि वह कोरोना में खिचड़ी चुराने वाले चोर नहीं हैं, जिन्होंने 300 ग्राम की जगह पैसे चोरी करके 100 ग्राम खिचड़ी करने का पाप किया था। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे लोगों को बोलने का कोई हक़ नहीं है। शिंदे का यह पलटवार उद्धव के उस बयान के पश्चात आया है, जिसमें उद्धव ने शिंदे गुट पर बिरयानी का लालच देकर लोगों को जनसभा में बुलाने का आरोप लगाया था। उद्धव ने कहा था कि जो भीड़ एकत्रित की जा रही है, उन्हें बिरयानी का लालच दिया जा रहा है।
उद्धव के आरोपों पर जवाब देते हुए शिंदे ने कहा,'क्या हमें कार्यकर्ता एवं आम नागरिकों को बिरयानी खिलाने का अधिकार नहीं है? हम सच्चे शिवसैनिक हैं। बालासाहेब के शिवसौनिक। हमने हमेशा आम जनता का पेट भरना सीखा है तथा जब दूर-दूर से लोग आएंगे तो हमारा कर्तव्य है की हम उनका पेट भरें। आपको बता दें कि प्रत्येक वर्ष विजयदशमी के अवसर पर महाराष्ट्र में शिवसेना जनसभा आयोजित करती है। एकनाथ शिंदे की बगावत के पश्चात् शिवसेना दो हिस्सों में बंट गई है। इसलिए अब शिवसेना के दशहरा उत्सव के लिए दोनो गुट अलग-अलग जनसभाएं आयोजित करते हैं। इस वर्ष भी कुछ इसी प्रकार दो अलग-अलग जनसभाओं का आयोजन किया जाएगा, जहां सीएम एकनाथ शिंदे मुंबई के आजाद मैदान में जनसभा को संबोधित करेंगे। वहीं, उद्धव ठाकरे छत्रपति शिवाजी पार्क में जनसभा को संबोधित करने वाले हैं।
बता दें कि एकनाथ शिंदे ने कांग्रेस एवं NCP के साथ गठबंधन करने के लिए उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया था। शिवसेना के 55 में से 40 से ज्यादा विधायकों ने शिंदे का समर्थन किया था, जिसकी वजह से ठाकरे को महाराष्ट्र के सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। शिवसेना के 18 लोकसभा सदस्यों में से 12 भी शिंदे के समर्थन में सामने आए थे, जिन्होंने बाद में स्वयं को मूल शिवसेना का नेता होने का दावा किया था।
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