नई दिल्ली: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज गुरुवार (21 सितम्बर) को कहा कि उनमें भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच सीमा गतिरोध के मुद्दे पर लोकसभा में चर्चा करने का साहस है। सदन में चंद्रयान-3 मिशन की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र की अन्य उपलब्धियों पर चर्चा की शुरुआत करते हुए राजनाथ सिंह ने देश की सीमा सुरक्षा और देश की सीमा की रक्षा में विज्ञान की भूमिका का जिक्र किया।
इस पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने चीन के साथ सीमा गतिरोध का जिक्र किया। रक्षा मंत्री ने जवाब दिया कि उनमें इस मुद्दे पर चर्चा करने का साहस है। उन्होंने कहा कि, "पूरी हिम्मत है (मुझमें पूरी हिम्मत है)। मैं चर्चा के लिए तैयार हूं, मुझे इस पर चर्चा करने का विश्वास है।" उल्लेखनीय है कि, जून 2020 में गलवान घाटी में हुई घातक झड़प के बाद से भारत और चीन के बीच संबंध गंभीर तनाव में हैं।
भारतीय और चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख में कुछ घर्षण बिंदुओं पर तीन साल से अधिक समय से टकराव की स्थिति में हैं, जबकि दोनों पक्षों ने व्यापक राजनयिक और सैन्य वार्ता के बाद कई क्षेत्रों से सैनिकों की वापसी पूरी कर ली है। भारत लगातार यह कहता रहा है कि समग्र संबंधों को सामान्य बनाने के लिए एलएसी पर शांति महत्वपूर्ण है।
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