नई दिल्ली: खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में अमेरिका ने भारत की जांच से संतुष्टि जताई है। अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि इस साजिश में कथित रूप से शामिल व्यक्ति भारत सरकार के लिए काम नहीं करता है। हाल ही में भारत से अमेरिकी विदेश मंत्रालय और विधि मंत्रालय के अधिकारियों से मिलने के लिए एक टीम अमेरिका गई थी, जिसमें इस मामले पर चर्चा की गई।
अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बताया कि पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप जिस व्यक्ति पर है, वह अब भारतीय सरकार का कर्मचारी नहीं है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी जांच के बारे में जानकारी साझा की और यह बैठक सकारात्मक रही। मिलर ने यह भी बताया कि भारतीय अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया कि जांच में नामित व्यक्ति अब सरकार के लिए काम नहीं कर रहा है। उन्होंने भारत के सहयोग की प्रशंसा की और कहा कि दोनों देश इस मामले में मिलकर काम करना जारी रखेंगे।
इस मामले में आरोपी निखिल गुप्ता नाम के व्यक्ति को जून 2023 में चेक रिपब्लिक से अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था। अमेरिकी न्याय विभाग के अनुसार, 53 वर्षीय गुप्ता को 30 जून 2023 को चेक रिपब्लिक में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद, अमेरिका की चिंताओं को देखते हुए भारत ने इस मामले की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति बनाई थी।
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