नई दिल्ली: बीते 2 दिनों में देश के विभिन्न इलाकों से लव जिहाद के 6 मामले सामने आ चुके हैं। इनमे से दो हिन्दू लड़कियों (छत्तीसगढ़ और झारखंड) की सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या हो चुकी है और शेष 4 किसी प्रकार जिन्दा बचने में सफल रहीं हैं। लेकिन, इसके बाद भी वोट बैंक की लालच में राजनेता बड़ी बेशर्मी के साथ लव जिहाद को नकार देते हैं। ताजा मामला जो सामने आया है, उसे देखकर आप समझ सकते हैं कि, यह जहर कितनी अंदर तक और किस हद तक फैल चुका है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के हापुड़ में एक महिला ने दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल वसीम पर लव जिहाद, धर्मांतरण और यौन शोषण के सनसनीखेज आरोप लगाए हैं।
पीड़ित महिला का आरोप है कि वसीम पिछले 11 वर्षों से उसका रेप कर रहा था। इस दौरान वसीम के भाई आरिफ ने भी उसके साथ कई दफा उसका रेप किया। पीड़िता ने यह भी दावा किया है कि वसीम ने उसे श्रद्धा जैसा हाल करने की धमकी दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िता का कहना है कि वह वर्ष 2011 में पढ़ाई करने के सिलसिले में दिल्ली आई थी। यहाँ वह लाजपत नगर के एक फ्लैट में अपने परिवार संग रहती थी। उसी ईमारत में दिल्ली पुलिस का कॉन्स्टेबल वसीम और उसका परिवार भी रहता था। वसीम की माँ जमीला उसके साथ मीठी-मीठी बातें करते हुए उसे इस्लाम की खूबियां गिनाया करती थी। पीड़िता का दावा है कि एक दिन वह वसीम की अम्मी जमीला उसे अपने घर ले गई, जहाँ जमीला ने उसे सेवई खाने के लिए दी। जिसे खाने के बाद उसे नशा हो गया और फिर वसीम ने उसका रेप किया। जब उसे होश आया तो जमीला उस पर वसीम के साथ निकाह करने का दबाव डालने लगी।
पीड़िता ने आगे बताया है कि जब उसने धर्म अलग होने की बात कहकर निकाह करने से मना किया, तो वसीम और जमीला उसे धमकियां देने लगे। साथ ही उसके इकलौते भाई की हत्या करने की धमकी दी। इसके बाद वसीम के परिवार ने उसका कई दफा उसका शारीरिक शोषण किया। 28 दिसंबर 2012 को जबरन वसीम के साथ पीड़िता का निकाह करा दिया गया। पीड़िता ने कहा है कि उसके परिजनों को जब इस बारे में पता चला, तो वे बदनामी के डर से घर छोड़कर दूसरी जगह जाकर रहने लगे। निकाह के बाद वसीम और उसके परिजनों ने उससे कई कागजों पर दस्तखत करा लिए। इसके बाद पीड़िता का नाम बदलकर इकरा अहमद रख दिया गया। वसीम और उसके घर वाले आए दिन उसे प्रताड़ित करते थे।
पीड़िता ने आरोप लगाते हुए कहा कि अप्रैल 2015 में उसने एक बेटे को जन्म दिया। बेटे के जन्म के बाद वसीम के जुल्म और बढ़ गए। वसीम उसे जबरन पाउडर और नशीली दवाएँ देता था और उसके साथ अप्राकृतिक यौन संबंध भी बनाता था। पीड़िता का आरोप है कि वसीम के कहने पर उसका भाई आरिफ भी उसका रेप करता था। विरोध करने पर उसे मारा-पीटा जाता था। महिला का आरोप है कि वसीम ने उससे कहा कि उसने कई हिंदू लड़कियों को इसी तरह फँसा रखा है। साथ ही, वसीम ने पीड़िता को मुंह खोलने पर उसका हाल श्रद्धा जैसे 35 टुकड़े करने की धमकी दी थी। पीड़िता ने कहा कि वे कहते थे कि ‘हमें तो कत्ल करने की आदत’ है। यही नहीं, वसीम की अम्मी जमीला कहती थी कि 'हमारे यहाँ जब हिंदू लड़कियों से मन भर जाता है, तो उसे ऐसे ही काट दिया जाता है। अभी तो मेरा बेटा कई हिंदू लड़कियों से शादी करेगा।'
पीड़िता का कहना है कि वह 11 वर्षों तक वसीम और उसके परिवार की हर यातनाएँ सहती रही। 11 मई को वसीम ने उसे बेरहमी से पीटा और अपनी सर्विस रिवॉल्वर की डोरी से उसका गला घोंटकर मारने का प्रयास किया। वह 12 मई 2023 को किसी प्रकार वहाँ से भागकर हापुड़ अपने दादा के पास पहुंची और वसीम व उसके परिजनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। यूपी की हापुड़ पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए सोमवार (29 मई) को पीड़िता की शिकायत के आधार पर वसीम, सास जमीला, ससुर कयूम अली, देवर इमरान, आरिफ, अजहरुद्दीन और शाहिद के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। हालाँकि, इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। वहीं, हापुड़ के अपर पुलिस अधीक्षक मुकेश मिश्रा ने बताया है कि नगर कोतवाली में केस दर्ज किया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है. जांच के दौरान पता चला है कि आरोपी पक्ष ने उच्च न्यायालय से गिरफ़्तारी पर स्टे ले रखा है और अब हाइकोर्ट के निर्देश के मुताबिक, मामले की विवेचना की जा रही है।