चंडीगढ़: लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने आज गुरुवार (21 सितंबर) को खालिस्तानी आतंकी सुखदूल सिंह गिल उर्फ सुक्खा दुनेके की हत्या की जिम्मेदारी ली, जो कनाडा स्थित गैंगस्टर अर्श दल्ला द्वारा संचालित गिरोह का हिस्सा था। एक फेसबुक पोस्ट में बिश्नोई ने डुनेके की हत्या की जिम्मेदारी ली है। बिश्नोई ने अपने पोस्ट में कहा कि, "सुखदूल ने हमारे भाई गुरलाल बराड़ की हत्या की थी और विक्की मिद्दुखेड़ा के साथ-साथ कबड्डी खिलाड़ी संदीप अंबियान की हत्या के पीछे भी उसका हाथ था।"
बता दें कि, अगस्त में, खालिस्तानी आतंकी अर्श दल्ला के दो करीबी सहयोगियों, मनप्रीत सिंह पीटा और उनके भाई मनदीप को फिलीपींस से भारत निर्वासित किया गया था, जिसके बाद उन्हें राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अरेस्ट कर लिया था। जब दोनों को भारत लाया गया तो पंजाब और दिल्ली पुलिस हवाई अड्डे पर मौजूद थी। मनप्रीत ने फिलीपींस में रहकर पंजाब में अर्श डाला के कहने पर कई योजनाओं को अंजाम दिया था। डुनेके की मौत इस साल 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में खालिस्तानी कार्यकर्ता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद के बीच हुई है। प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या के लिए भारत पर आरोप लगाया और भारतीय राजनयिक पवन के राय को निष्कासित कर दिया।
विदेश मंत्रालय ने ट्रूडो के दावों को "बेतुका और प्रेरित" बताकर खारिज कर दिया और कहा कि ओटावा खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों से ध्यान हटाने के लिए ऐसा कर रहा है, जिन्हें उस देश में आश्रय प्रदान किया गया है। ट्रूडो ने भारत से इस मामले को "अत्यंत गंभीरता से" लेने का आग्रह किया और कहा कि उनकी सरकार का इरादा उकसाना या बढ़ाना नहीं बल्कि तथ्य पेश करना है। बता दें कि, मोदी सरकार ने बुधवार को कनाडा में रहने वाले भारतीय नागरिकों के लिए "भारत विरोधी गतिविधियों और राजनीतिक रूप से समर्थित घृणा अपराधों और आपराधिक हिंसा" पर एक सलाह जारी की थी। विदेश मंत्रालय ने "अत्यधिक सावधानी" का आग्रह करते हुए कहा कि भारतीय नागरिकों को कनाडा के उन क्षेत्रों और संभावित स्थानों की यात्रा करने से बचना चाहिए जहां ऐसी घटनाएं हुई हैं।
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