कोलकाता: कोलकाता में एक महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई घटना के खिलाफ बीते कुछ दिनों से बड़े स्तर पर प्रदर्शन हो रहे हैं। इस सिलसिले में बीजेपी ने मंगलवार को छात्र आंदोलनों के खिलाफ कार्रवाई पर अपनी आपत्ति जताते हुए बुधवार को 'बंगाल बंद' का आह्वान किया है। भाजपा का दावा है कि इस बंद के माध्यम से वे राज्य सरकार के खिलाफ अपनी नाखुशी और सरकार के विरोध में जन समर्थन जुटाना चाहती हैं।
सीएम ममता बनर्जी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा का यह कदम न्याय की चाहत नहीं, बल्कि बंगाल को बदनाम करने का षड्यंत्र है। उन्होंने कहा कि भाजपा की तरफ से किया गया 'बंगाल बंद' केवल राज्य में अशांति फैलाने एवं चिकित्सकों की जायज मांगों को दबाने के लिए है। ममता ने यह भी कहा कि यह बंद उन लोगों की याद में किया जा रहा है जिन्होंने कष्ट सहा है तथा जिन्होंने न्याय की उम्मीद की है।
रेप पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की बात करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने आज बुधवार को कहा कि अगले सप्ताह हम विधानसभा सत्र बुलाएंगे. हम पश्चिम बंगाल में रेप पीड़ितों को न्याय दिलाने को लेकर नया कानून लाएंगे, जहां सिर्फ 10 दिनों में केस खत्म हो जाएगा. इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिए राज्यपाल के पास भेजेंगे. यदि राज्यपाल इसे पारित नहीं करते हैं, तो राजभवन के सामने धरना भी देंगे. ममता ने कहा, “हम इस दिन को उन लोगों को समर्पित कर रहे हैं जिन्होंने यातनाएं झेली हैं तथा खासा नुकसान उठाया है. भाजपा ने जानबूझकर शवों की राजनीति करने के लिए बंद बुलाया है. वे डॉक्टरों के विरोध को भटकाने का प्रयास कर रहे हैं. मैं उनकी निंदा करती हूं. भाजपा के लोगों ने बस को आग लगा दी है, पुलिस पर बेरहमी से हमला किया है. रेल की सेवाएं भी बाधित की गईं.”
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