रांची: AICC महासचिव तथा झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने बृहस्पतिवार (14 नवंबर) को राज्य के बेरमो विधानसभा क्षेत्र के चंद्रपुरा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए एक विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने कहा कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो राज्य के सभी नागरिकों को 450 रुपये में गैस सिलेंडर प्रदान किए जाएंगे, चाहे वे घुसपैठिए हों या नहीं।
गुलाम अहमद मीर ने बेरमो विधानसभा क्षेत्र के चंद्रपुरा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, "हमने वादा किया है कि यदि हमारी सरकार बनती है, तो 1 दिसंबर से हम 450 रुपये में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराएंगे। यह आम जनता के लिए होगा... चाहे वे हिंदू हों, मुसलमान हों या घुसपैठिए हों - यह झारखंड के सभी नागरिकों को दिया जाएगा, किसी अन्य कारक पर विचार नहीं किया जाएगा।" कांग्रेस के इस वादे पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी ने दावा किया कि ऐसी टिप्पणी "राष्ट्रविरोधी" है तथा यह कांग्रेस की तुष्टिकरण और ध्रुवीकरण की राजनीति को उजागर करती है। यह टिप्पणी उस वक़्त आई है जब भाजपा नेता झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन पर प्रदेश में घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगा रहे हैं, जिससे 'वोट बैंक की राजनीति' की जा सके।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "कांग्रेस के गुलाम अहमद मीर ने कहा कि वे घुसपैठियों को 450 रुपये में गैस सिलेंडर मुहैया कराएंगे। यह कांग्रेस-झामुमो-राजद सरकार है जो झारखंड में घुसपैठ को संरक्षण दे रही है।" गिरिडीह जिले के बिरनी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि लाखों घुसपैठिए झारखंड में घुस आए तथा सरकार ने उन्हें वोटर एवं राशन कार्ड दिलाने में मदद की।
इसी प्रकार, झारखंड के बोकारो में आयोजित एक अन्य चुनावी रैली में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, "कांग्रेस प्रभारी ने हिंदुओं, मुसलमानों एवं घुसपैठियों को गैस सिलेंडर देने का वादा किया है, लेकिन भाजपा घुसपैठियों को आदिवासियों के अधिकार नहीं सौंपने देगी। हम राज्य के लोगों के हित में काम करेंगे और घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे।"
गुलाम अहमद मीर के बयान के पश्चात् राजनीतिक माहौल और भी गर्मा गया है। यह टिप्पणी एक ऐसे वक़्त पर आई है जब भाजपा तथा कांग्रेस के बीच तीव्र चुनावी प्रतिस्पर्धा हो रही है। बीजेपी ने यह आरोप लगाया है कि झारखंड में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार एवं उसके सहयोगी दल राज्य में घुसपैठियों को संरक्षण दे रहे हैं, जो आदिवासी और स्थानीय लोगों के अधिकारों को खतरे में डालता है। दूसरी तरफ, कांग्रेस ने इस आरोप को नकारते हुए कहा है कि पार्टी केवल राज्य के गरीब और जरूरतमंद नागरिकों की भलाई के लिए काम कर रही है, और उनका उद्देश्य किसी विशेष समूह को तुष्ट करना नहीं है।
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