यदि कुंडली में कोई ग्रह कमजोर है या ग्रहों में कोई दोष है तो संबंधित क्षेत्र में अशुभ फल प्राप्त होते हैं। इसलिए इन ग्रह दोषों को दूर करने के उपाय करना जरूरी है। ज्योतिष की रत्न शास्त्र में ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को दूर करने और सकारात्मक प्रभावों को बढ़ाने के लिए रत्नों के उपयोग का उल्लेख है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति के आधार पर किसी विशेषज्ञ के मार्गदर्शन से रत्न धारण करने से उल्लेखनीय परिणाम मिल सकते हैं। आज हम ऐसे ही एक शक्तिशाली रत्न चंद्रमणि या मूनस्टोन को पहनने के फायदों के बारे में जानेंगे।
मूनस्टोन पहनने के फायदे
मूनस्टोन जिसे हिंदी में चंद्रमणि रत्न के नाम से जाना जाता है चंद्रमा से संबंधित रत्न है। कुंडली में चंद्र दोष होने पर या चंद्रमा कमजोर होने पर मूनस्टोन पहनने की सलाह दी जाती है। चंद्र दोष के कारण तनाव, बेचैनी, वैवाहिक जीवन में अशांति और निर्णय लेने में कठिनाई हो सकती है। मूनस्टोन या चंद्रमणि रत्न पहनने से मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है, आत्मविश्वास मजबूत होता है, निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होता है मूनस्टोन कर्क राशि के व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि चंद्रमा उनका स्वामी ग्रह है।
मूनस्टोन को सही तरीके से कैसे धारण करें
मूनस्टोन को एक ऐसा रत्न माना जाता है जो सकारात्मक ऊर्जा लाता है और इसे पहनने से कोई भी नकारात्मक ऊर्जा व्यक्ति की ओर आकर्षित नहीं होती है। मूनस्टोन पहनने का आदर्श समय किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के दौरान सोमवार की रात है, जिसे शुभ माना जाता है। सोमवार की रात चंद्रमणि को गंगा जल और गाय के दूध से शुद्ध करने और बाद में इसे छोटी उंगली पर पहनने की सलाह दी जाती है। पूर्णिमा की रात मूनस्टोन पहनना भी बेहद शुभ माना जाता है।
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