नई दिल्ली: दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव 21 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है। कल 11 नवंबर को 5.30 बजे यह तकरीबन 12 डिग्री उत्तर एवं देशांतर 81.4 पूर्व में चेन्नई से 170 किलोमीटर पूर्व दक्षिण-पूर्व तथा पुडुचेरी से 170 किलोमीटर पूर्व में था। यह 11 नवंबर की शाम तक चेन्नई के समीप उत्तरी तमिलनाडु तट को पार कर सकता है। कहीं वर्षा हो रही तो कहीं बर्फबारी से आफत है। तमिलनाडु बाढ़ से बेहाल है।
वही 13 नवंबर के आसपास दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक और कम दबाव का इलाका विकसित होने की उम्मीद है। इसके पश्चात् के 48 घंटों में यह पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आंध्रप्रदेश एवं तमिलनाडु की तरफ बढ़ जाएगा। बीते 24 घंटों के चलते तमिलनाडु के उत्तरी तटीय इलाकों तथा दक्षिण तटीय आंध्रप्रदेश के आसपास के भागों में मध्यम से सर्वाधिक वर्षा हुई। अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह और केरल के कुछ भागों में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ छिटपुट भारी वर्षा हुई। तटीय आंध्रप्रदेश दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के बाकी भाग तथा तटीय ओडिशा के भिन्न-भिन्न भागों में छिटपुट हल्की से मध्यम वर्षा हुई। रायलसीमा एवं लक्षद्वीप में हल्की वर्षा हुई।
वही अगले 24 घंटों के चलते उत्तरी तटीय तमिलनाडु एवं तटीय आंध्रप्रदेश के आसपास के भागों में मध्यम से सर्वाधिक वर्षा हो सकती है। आंतरिक तमिलनाडु, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल के कुछ भागों और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में एक या दो जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। तटीय ओडिशा, दक्षिण तेलंगाना, लक्षद्वीप एवं तटीय कर्नाटक में एक या दो मध्यम वर्षा के साथ हल्की वर्षा हो सकती है। अगले 48 घंटों के चलते आंध्र एवं तमिलनाडु तट पर मध्यम से तेज हवाएं चलने की संभावना है। हवा की गति 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 65 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। समुद्र के हालात भी ऊबड़-खाबड़ रह सकते है।
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