देहरादून: बेमौसम वर्षा की वजह से देश के बड़े भाग में स्थिति बिगड़ गई हैं। केरल में सर्वाधिक वर्षा बाढ़ एवं भूस्खलन से मरने वालों का आँकड़ा 41 पहुंच गया है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि तमाम जगहों पर और भी लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। राहत तथा बचाव कार्य जारी है। केरल में लबालब हो चुके बांध भी समस्या की वजह बन गए हैं। यहां से पानी छोड़ना आवश्यक हो गया है तथा पानी छोड़ते ही बाढ़ की दिक्कत बढ़ रही है।
वही इस बीच, उत्तराखंड में भी सर्वाधिक वर्षा का दौर जारी है। यहां अलग-अलग स्थानों पर पर्यटक फंस गए हैं, जिन्हें बचाने की कोशिश जारी है। इससे पहले रविवार को जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड तथा हिमाचल में बर्फबारी हुई थी। इसके पश्चात् कहा जा रहा है कि मैदानी क्षेत्रों में तापमान गिर सकता है। प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के चलते हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी तथा मध्य हिस्सों, पश्चिम बंगाल के कुछ भागों, सिक्किम, असम, मेघालय, तटीय ओडिशा, झारखंड के कुछ भागों तथा मध्य प्रदेश के अलग-अलग भागों में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कुछ जगहों पर सर्वाधिक वर्षा की संभावना है।
वही उत्तर पूर्व भारत के बाकी भागों बिहार के शेष भागों, उत्तर प्रदेश के शेष भागों, छत्तीसगढ़, आंतरिक उड़ीसा, जम्मू कश्मीर के कुछ भागों, लद्दाख, शेष मध्य प्रदेश, विदर्भ के कुछ भागों, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक केरल, लक्षद्वीप एवं अंडमान तथा निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। दिल्ली पंजाब और हरियाणा में हल्की वर्षा संभव है। देश के तमाम भागों में अलग-अलग सिस्टम सक्रिय हुए हैं। इस वजह से वर्षा हो रही है। रिपोर्ट के अनुसार, कम दबाव का क्षेत्र दक्षिण तथा मध्य मध्य प्रदेश पर बना हुआ है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है।
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