कानपुर: हर दिन बदलते हुए मौसम के मिजाज के कारण कही परेशानी तो कहीं सामान्य स्थिति बनी हुई है. यूपी में कानपुर समेत आसपास के शहरों में 5 वर्षों बाद फिर से जलवायु परिवर्तन का असर बढ़ता जा रहा है. जंहा इसकी वजह से मार्च महीने में झमाझम बारिश हो रही है. जंहा मौसम विभाग के अनुसार अभी कुछ दिनों तक कानपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में बारिश की संभावना है. वर्ष 2015 में इसी महीने में कई दिनों तक हुई बारिश के चलते बुंदेलखंड क्षेत्र तक दलहनी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा था. स्थानीय मौसम विभाग के निदेशक के अनुसार जलवायु परिवर्तन से बारिश धीरे-धीरे गर्मी के महीनों में शिफ्ट हो रही है.
मौसम विभाग के अनुसार फरवरी और मार्च महीने में बारिश का सिलसिला बढ़ रहा है. जंहा अप्रैल में भी इसी तरह की स्थिति की संभावना है. जलवायु परिवर्तन वाली इस बारिश में तेज हवाओं के साथ ओले भी पड़ रहे हैं. अभी कई दिनों तक महानगर और बुंदेलखंड क्षेत्र में बारिश के साथ ओले पड़ने की संभावना है. 18 मार्च 2020 तक हल्के बादल बने रहेंगे. बीते शनिवार यानी 14 मार्च 2020 को दक्षिण पूर्वी हवाओं की रफ्तार 8 किमी प्रति घंटा रही. पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी और पूरब के मैदानी क्षेत्रों में अधिकांश स्थानों पर ओले पड़ने से न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस नीचे गिर गया.
हम बता दें कि न्यूनतम पारा 13.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ. जबकि अधिक तम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है. निदेशक के मुताबिक इस बारिश से दलहनी फसलों मटर, मसूर, मूंग को नुकसान पहुंच रहा है.
लैंड होते ही मिट्टी में धंसा सीएम का विमान
कमलनाथ सरकार का धराशाही होना तय!, भाजपा नेता ने बोली ये बात
कोरोना वायरस के बचाव का कहकर 11 रुपए का ताबीज बेचने वाला बाबा हुआ गिरफ्तार