कोलकाता: पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पश्चिम बंगाल से 50 से अधिक परिवार के लोग दिल्ली पहुंच गए हैं. ये उन भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवार हैं, जो पिछले एक साल के दौरान पश्चिम बंगाल में भड़की हिंसा में अपनी जान गँवा बैठे थे. इनमें से किसी ने अपना बेटा खोया तो किसी ने भाई. मीडिया ने इन्हीं पीड़ित परिवारों से चर्चा की. इनमें से कुछ कैमरे के आगे ही अपनों को याद कर बिलख पड़े.
नॉर्थ 24 परगना से आए एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि उसका भाई भाजपा का कार्यकर्ता था. ममता बनर्जी की अध्यक्षता वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के गुंडे लड़कियों के साथ छेड़खानी करते थे, गुंडई करते थे. जब उसने इन सब बातों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया तो उसे घर से उठाकर 7 टुकड़े करके उसे मार डाला गया. इन परिवारों में एक बुजुर्ग दंपति भी उपस्थित थे, जिनके हाथ में उनके बेटे की तस्वीर थी. दोनों कैमरे के आगे बेटे को याद करके खुद को रोक नहीं पाए और फूट-फूटकर रोने लगे. ये सभी परिवार इन्साफ पाने की राह देख रहे हैं.
पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में बुलाए जाने से इनका भरोसा और मजबूत अवश्य हुआ होगा कि पार्टी उनके साथ खड़ी है. इससे पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं का भी मनोबल बढ़ेगा. भाजपा पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी को एक संदेश देना चाहती है. प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. भाजपा का उद्देश्य इस बार बंगाल में भगवा फहराने का है.
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